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व्यापार मंडल अध्यक्ष नरेश पांडे ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन हल्द्वानी–नैनीताल मार्ग पर जाम निवारण के लिए बहुस्तरीय समाधान सुझाए

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देहरादून।
व्यापार मंडल भवाली के अध्यक्ष नरेश पांडे ने बीते दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप हल्द्वानी–नैनीताल मुख्य मार्ग पर प्रतिदिन 45–70 मिनट तक चलने वाले भीषण जाम की समस्या उजागर करते हुए त्वरित एवं दीर्घकालिक उपायों का प्रस्ताव रखा था ।

उक्त ज्ञापन पर तत्काल कार्यवाही करते हुए मुख्यमंत्री के अपर सचिव जगदीश चंद्र कांडपाल ने अपर सचिव अनुभाग 5 को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश जारी करे है।
ज्ञापन में बताया गया है कि वीकेंड व त्योहारी सीज़न में 50,000 से अधिक वाहन नैनीताल की ओर बढ़ते हैं, जिससे पार्किंग स्थल और मुख्य मार्ग दोनों पर ही भीषण जाम की स्थिति बन जाती है ।

ज्ञापन के अनुसार मई 2024 में रूसी बाईपास पर आए भूस्खलन ने वैकल्पिक मार्ग को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया, जिसके बाद पर्यटक एवं मालवाहक वाहन सभी काठगोदाम–नैनीताल मार्ग पर आकर चौराहों पर कतारबद्ध हो रहे हैं। इस वजह से वाहन घंटों तक जाम में फंसे रहते हैं और आवागमन रेंगने जैसा हो जाता है

व्यापार मंडल अध्यक्ष नरेश पांडे ने बताया कि भीमताल इंडस्ट्रियल एरिया में लदान‑खाली कार्यों में औसतन दो से तीन घंटे की देरी हो रही है, जिससे व्यापारियों की रोज़मर्रा की आमदनी में 30–40% तक गिरावट आई है। कई छोटे व्यवसायी आपूर्ति में बाधा के चलते बंदी की कगार पर हैं और दुकानदारों को ग्राहक‑आभाव से भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है ।

समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु ज्ञापन में Soil Nailing और Rock Bolting तकनीकों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया गया है। BRO ने गंगोत्री राजमार्ग पर इन उपायों को सफलतापूर्वक लागू कर 90% तक ढलान स्थिरता सुनिश्चित की है। शॉटक्रिट और उच्च‑तन्यता वायर मेष सतह को मजबूत करते हैं, जबकि गेबियन दीवारें एवं रॉकफॉल बैरियर्स पत्थर गिरने से रोकते हैं ।
वैकल्पिक मार्गों के रूप में सैनिटोरियम व अल्मोड़ा मार्ग को मुख्य बाजार से जोड़ने, High Occupancy Vehicle (HOV) लेन बनाकर कारपूलिंग प्रोत्साहित करने तथा ई‑रिक्शा एवं साइकिल के लिए समर्पित लेन विकसित करने की सिफारिश की गई है। इसके अतिरिक्त रोडवेज़ कार्यशाला मेहरागांव, नैनीबेंड और टीबी सैनिटोरियम के पास अस्थायी पार्किंग विकसित कर शटल सेवा संचालित करने से भी मुख्य मार्ग पर दबाव कम होगा ।
दीर्घकालिक स्मार्ट ट्रैफ़िक मैनेजमेंट के तहत Adaptive Traffic Control Systems (ATCS) के साथ वर्चुअल लूप डिटेक्टर, सेंसर आधारित काउंटडाउन टाइमर एवं रीयल‑टाइम ट्रैफ़िक कंट्रोल रूम स्थापित करने का सुझाव दिया गया है।

साथ ही ParkSmart जैसी ऐप आधारित पार्किंग स्लॉट आरक्षण प्रणाली से ड्राइवरों को वास्तविक‑समय पार्किंग सूचना उपलब्ध कराई जा सकेगी ।
व्यापार मंडल ने राज्य सरकार से आग्रह किया था कि इन बहुआयामी समाधानों पर शीघ्र कार्यवाही के लिए एक उच्च‑स्तरीय समन्वय समिति गठित की जाए, ताकि आने वाले पर्यटन सत्र से पूर्व ही भीषण जाम से निजात मिल सके और क्षेत्र का व्यापार एवं पर्यटन दोनों पुनर्जीवित हो सकें ,जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने अपर सचिव जगदीश कांडपाल ने अपर सचिव अनुभाग पांच को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए है।

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