कंझावला केस में नया खुलासा, आरोपी था कोई और…आरोपी बना कोई और…
कंझावला कांड में दिल्ली पुलिस ने एक और अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें पुलिस ने जिस आरोपी को गिरफ्तार किया है, उसी की गाड़ी से पांचों मुख्य आरोपियों ने हादसे को अंजाम दिया था। दरअसल पुलिस ने गुरुवार को की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि दो अन्य लोगों को भी मामले में आरोपी बनाया है। जिसके बाद आज पुलिस के हत्थे गाड़ी मालिक आशुतोष चढ़ गया। वहीं मामले में एक और खुलासा हुआ है। दरअसल जिस शख्स पर अंजलि को घसीटते हुए मारने का आरोप था। अब जानकारी लग रही है कि वो शख्स उस समय उस गाड़ी में मौजूद ही नहीं था।
जिस पर कार चलाने का आरोप, वो तो घर पर था
कंझावला कांड में जांच कर रही दिल्ली पुलिस की टीम को एक और अहम जानकारी हाथ लगी है। पुलिस ने खुलासा किया है कि जिस व्यक्ति पर 20 वर्षीय अंजलि सिंह को घसीटकर ले जाने वाली कार चलाने का आरोप है वो तो दुर्घटना के समय कार में था ही नहीं। पुलिस ने कहा कि आरोपी दीपक खन्ना को उसके चचेरे भाई और दोस्तों ने पुलिस को यह बताने के लिए कहा था कि वह उस समय उनके साथ था क्योंकि सिर्फ उसी के पास ड्राइविंग लाइसेंस था।
फोन लोकेशन से हुआ खुलासा
जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि दीपक की उस समय की फोन लोकेशन मामले के अन्य चार आरोपियों से मेल नहीं खाती थी। पुलिस ने कहा कि उसकी फोन लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड से पता चलता है कि वह पूरे दिन घर पर था। 26 वर्षीय दीपक ग्रामीण सेवा चालक है और उसे भी पुलिस ने कंझावला केस में गिरफ्तार किया था।
5 नहीं 7 आरोपी
पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि हादसे के वक्त आशुतोष वारदात स्थल पर मौजूद नहीं था लेकिन उसने बाद में आरोपियों की मदद की थी। दिल्ली पुलिस ने बताया था कि मामले में दो आरोपी और हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया जाना है। उनमें से आशुतोष तो गिरफ्तार हो चुका है, पुलिस को अब दूसरे संदिग्ध यानी अंकुश खन्ना की तलाश है। पुलिस ने कहा था मामले में 5 नहीं, बल्कि 7 आरोपी हैं।
आरोपियों को बचाने की कोशिश
विशेष पुलिस आयुक्त सागर प्रीत हुड्डा ने बताया, “सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल रिकॉर्ड के माध्यम से उनकी (आशुतोष और अंकुश खन्ना) संलिप्तता स्थापित की गई है। हमें पता चला है कि आशुतोष और अंकुश खन्ना के रूप में पहचाने गए दो लोग आरोपी व्यक्तियों को बचाने की कोशिश कर रहे थे।”
आशुतोष ने पुलिस से झूठ बोला
दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी कि कंझावला में हुए हादसे के बारे में आरोपियों ने आशुतोष को बताया था, लेकिन उसने पुलिस को सूचना नहीं दी। इसी के साथ, आशुतोष ने अमित के बारे में भी पुलिस को गलत जानकारी दी थी। आशुतोष ने पुलिस को बताया था कि उसने कार विकास को दी थी, अमित को नहीं, जबकि उस रात गाड़ी अमित चला रहा था और कार भी अमित ही लेकर गया था।
अब तक कितने हुए गिरफ्तार?
सुल्तानपुरी पुलिस थाने ने रविवार (1 जनवरी) को दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया था। इनके खिलाफ पुलिस ने आपराधिक साजिश, गैर इरादतन हत्या और लापरवाही से वाहन चलाने से मौत सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। वहीं, शुक्रवार को पुलिस ने मामले में छठे आरोपी आशुतोष (कार के मालिक) को भी गिरफ्तार कर लिया।
रात में मेडिकल के लिए ले गई थी पुलिस
वहीं मामले को लेकर रात में पुलिस सभी आरोपियों को मेडिकल के लिए अस्पताल लेकर गई। दरअसल अंजलि हत्याकांड के बाद से पूरे देश में क्रोध का माहौल है। ऐसे में आरोपियों पर किसी भी तरह का कोई हमला न हो। इसी के चलते कल आरोपियों को कोर्ट में भी वीसी के जरिये हाजिर किया गया था और देर रात में उनकी सेफ्टी के मकसद से अस्पताल ले जाया गया।
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