दुर्घटना का कारण बन सकता है झोपड़ियों के बीच जर्जर हालत में खड़ा पेड़
लालकुआं: क्षेत्र के 25 एकड़ झोपड़पट्टी कॉलोनी के किनारे एक विशालकाय सेमल का पेड़ जर्जर हालात में खड़ा है। पेड़ के नीचे दर्जनों झोपड़ियां बनी है। कभी भी पेड़ के गिरने की आशंका को लेकर ग्रामीण भयभीत हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों व वन विभाग के अधिकारियों से पेड़ के गिरने के संभावित खतरे से निजात दिलाने की मांग की है।
बता दें कि 25 एकड़ झोपड़पट्टी कॉलोनी व स्लीपर फैक्ट्री की सीमा पर एक विशालकाय शीशम का पेड़ जर्जर हालात में खड़ा है। पेड़ के नीचे दर्जनों झोपड़िया बनी हुई है। पेड़ के कभी भी गिरने की आशंका को लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। चन्देश्वर राय, सत्य प्रकाश, गोविंद राय, बबलू, मुरारी, दीपक व राम जनम राय समेत तमाम ग्रामीणों का कहना है कि वह दहशत में जीवन गुजार रहे हैं। हवा के हल के झोंके में भी पेड़ हिलने लगता है। कभी कभी तो सूख चुकी टहनियां ग्रामीणों की झोपड़ियों को क्षतिग्रस्त कर देती हैं। इसलिए उन्हें कभी-कभी पूरी रात जाकर गुजारनी पड़ती है। ग्रामीणों का कहना था कि पेड़ कभी भी गिर सकता है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों के साथ ही वन विभाग के अधिकारियों से पेड़ को काटकर खतरे से निजात दिलाने की मांग की है। इधर गौला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी आरपी जोशी का कहना है कि अभी तक वन विभाग के पास कोई शिकायत नहीं आई है। मौका मुआयना कर समस्या का निस्तारण किया जाएगा।
डीएफओ को दिया जाएगा मेजरनामा
लालकुआं: जर्जर हालात में खड़े पेड़ को काटने की मांग को लेकर ग्रामीण तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ से मिलने का मन बना चुके हैं । ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्रवासियों का एक मेजरनामा बनाकर डीएफओ को दिया जाएगा।