मोंटी पनेसर ने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के भविष्य को लेकर दिया यह बड़ा बयान

भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला शनिवार से चेन्नई में ही खेला जाएगा। इससे पहले 2012 में भारत में टेस्ट सीरीज जीतने वाली इंग्लैंड टीम के नायक मोंटी पनेसर ने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के भविष्य को लेकर बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि विराट कोहली अभी दबाव में हैं। उनके नेतृत्व में लंबे समय से टीम टेस्ट में जीती नहीं है। साथ ही अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में सफलता भी मिली हैं, ऐसे में अगर भारत अगला टेस्ट भी हार गया तो फिर कोहली कप्तानी छोड़ देंगे। विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम लगातार चार मैच हार चुकी है। इसके तहत उसने दो टेस्ट न्यूजीलैंड और एक-एक ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के खिलाफ गंवाया है।
कोहली सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में से एक
अंग्रेजी चैनल से बातचीत में मोंटी पनेसर ने कहा कि विराट कोहली सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में से एक हैं। लेकिन उनके नेतृत्व में टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही। और उनकी कप्तानी में भारत के पिछले चार टेस्ट का नतीजा सबके सामने हैं। इससे कोहली पर दबाव होगा और अजिंक्य रहाणे ने कप्तानी में बहुत अच्छा काम किया है तो फिर मामला गंभीर है।
पनेसर ने कहा, ‘भारत चार टेस्ट मैच लगातार हार चुका है और यदि यह संख्या पांच हुई तब मुझे लगता है कि वह अपना पद छोड़ देगा।’ चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत को 227 रन से हार मिली थी। इससे वह चार टेस्ट की सीरीज में वह 1-0 से पीछे है। दोनों के बीच दूसरा टेस्ट 13 फरवरी से खेला जाएगा।
चेन्नई में इंग्लैंड की जीत को बताया अद्भुत
मोंटी पनेसर ने चेन्नई में पहले टेस्ट में इंग्लैंड की जीत के बारे में कहा कि यह अद्भुत जीत है। जिस तरह से इंग्लैंड ने पांच दिन तक खेल दिखाया वह उसके आत्मविश्वास को दिखाता है। जो रूट ने जिस तरह से अपने साथियों का नेतृत्व किया वह तारीफ के काबिल है। टीम के सभी लोगों ने खेल का स्तर बढ़ाया। खिलाड़ियों को इस पल का लुत्फ उठाना चाहिए। यह जीत लंबे समय तक याद की जाएगी।
टेस्ट सीरीज के नामकरण की मांग
वहीं मोंटी पनेसर ने भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के नामकरण की मांग की है। उनका कहना है कि इस सीरीज का नाम एलिस्टर कुक और सचिन तेंदुलकर के नाम रखा जाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट करके इसकी वजह भी बताई। उन्होंने लिखा कि दोनों ने अपने-अपने देशों के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए हैं और एक-दूसरे के खिलाफ भी काफी क्रिकेट खेला है। अभी सचिन तेंदुलकर के नाम पर एक भी सीरीज नहीं है।
इसके बाद दूसरे ट्वीट में उन्होंने सीरीज का नाम वॉन-द्रविड़ रखने का भी सुझाव दिया। फिलहाल इस सीरीज को एन्थनी डी मेलो ट्रॉफी के नाम से जाना जाता है। एन्थनी भारतीय क्रिकेटर के पूर्व अधिकारी हैं और साथ ही बीसीसीआई के फाउंडर्स में भी शामिल है। भारत जब इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेलती है तो उस सीरीज को पटौदी ट्रॉफी कहा जाता है।


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