पति की फटी खोपड़ी में हाथ डालते हुए थाना प्रभारी से महिला बोली- भैया… इसे जलवा देना ठीक है

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शाहजहांपुर के रोजा में पति की फटी खोपड़ी में हाथ डालते हुए पत्नी गायत्री थाना प्रभारी रोहित सिंह को देखकर बोली, भैया… इसे जलवा देना, ठीक है। इसके बाद मुझे भी जलवा देना।

इसके बाद रोहित ने तुरंत ही अधिकारियों को सूचना देने के बाद रोजा इंस्पेक्टर राजीव वर्मा को फोन किया। रोजा पुलिस ने आरोपी महिला को हिरासत में ले लिया। पुलिस की गिरफ्त में उसके चेहरे पर पछतावे के कोई भाव नहीं थे।

यह है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में गुरुवार को यह दिल दहलाने वाली वारदात हुई। विवाद के बाद घर के दरवाजे पर पत्नी ने पति का सिर ईंट से कुचल दिया। सीने पर बैठकर हाथों से सिर फाड़ने के बाद मांस के लोथड़े फेंकने शुरू कर दिए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।

रोजा थाना क्षेत्र के हथौड़ा बुजुर्ग में सत्यपाल (40) पत्नी गायत्री देवी, बेटे रोहित, बेटी डॉली के साथ रहते थे। गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे सत्यपाल का किसी बात को लेकर गायत्री से झगड़ा होने लगा। गुस्से में आई गायत्री ने ईंट उठाकर सत्यपाल के सिर पर मारनी शुरू कर दी। वह नीचे गिर गया तो सीने पर बैठकर लगातार ईंट मारती रही। सिर फटने पर हाथ से मांस के लोथड़े फेंकने शुरू कर दिए।

महिला का कृत्य देखकर आसपास के लोग दूर से वीडियो बनाते रहे लेकिन पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और गायत्री को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि पत्नी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है।

पहले हंसिया लेकर दौड़ाया… फिर ईंट से कुंचकर हत्या की
गायत्री से रोजाना ही पति का विवाद होता था। गुरुवार को जब उसने डंडा मारा तो बौखलाई गायत्री के सिर पर खून सवार हो गया। पहले पति को हंसिया लेकर दौड़ाया। फिर ईंट से कुंचकर हत्या कर दी।

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दस मिनट तक करती रही बर्बरता
उसकी खोपड़ी को फोड़ने के बाद दो भागों में बांटकर दस मिनट तक हाथ डालकर अंदर से नसें आदि निकालकर फेंकती रही। वीभत्स घटना को देखकर लोग कांप गए। उसके पास जाने की हिम्मत भी नहीं जुटा सके। गुरुवार को करीब दो बजे सत्यपाल समोसे लेकर अपने घर गया था। अंदर जाने पर गायत्री ने कुछ कह दिया। दोनों में विवाद होने के बाद सत्यपाल ने डंडा मार दिया। डंडा लगते ही गायत्री भड़क गई। उसने अलमारी में रखे हंसिया को उठाया और मारने के लिए झपट पड़ी।

पत्नी के सिर पर खून सवार देख सहम गया था पति
दहशत में आए सत्यपाल ने बाहर की ओर दौड़ लगा दी। गैलरी में पत्नी ने उसे धक्का देकर गिरा दिया। छीना-झपटी में उसके हाथ से हंसिया छिटक गया। दंपती में विवाद होने पर लोगों की भीड़ लग गई। तभी गायत्री ने सत्यपाल के सीने बैठकर वहीं पड़ी ईंट से सिर पर वार कर दिया। एक वार होते ही वह अचेत हो गया। बताते हैं कि दूसरी ईंट से वार करने के बाद सिर फट गया और उसकी मौत हो गई।

तभी वहां से गुजर रहे सेहरामऊ दक्षिणी थाने के प्रभारी रोहित सिंह ने भीड़ लगी देखकर अपनी गाड़ी को रुकवा लिया। उन्होंने वीभत्स घटना देखी तो वह सन्न रह गए। वह महिला के पास गए। उसे रोकने के लिए भीड़ में खड़ी महिलाओं को बुलाया, पर कोई आने को तैयार नहीं हुई। गायत्री को बमुश्किल खुद ही हटाया। वह बोली कि मार दिया, बहुत तंग करता था।

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मुर्गा खाने के लिए 300 रुपये मांग रहा था
हिरासत में लेने के बाद पुलिस की पूछताछ में गायत्री ने बताया कि उसका पति सत्यपाल शराब पीकर अक्सर उसे मारता-पीटता था। कमरे में बंद कर देता था। कभी रुपये भी नहीं देता था। इससे वह बहुत परेशान थी। लगातार मारपीट किए जाने से वह कुंठित हो गई थी। आज मुर्गा खाने के लिए 300 रुपये मांग रहा था। उसके पास रुपये नहीं थे। उसने कहा तो वह नहीं माना। रुपये मांगते हुए पीटने लगा। इसी वजह से उसने हत्या कर दी। पुलिस ने पूछा कि मारने के बाद उसे नोचते क्यों रही तो उसने कहा कि उसके अंदर इतना गुस्सा भर गया था कि उसने ऐसा कृत्य किया।

बहू के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट
हत्याकांड के बाद सत्यपाल की मां शकुंतला की तहरीर पर पुलिस ने बहू गायत्री के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना के बाद फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। ईंट को जब्त कर दिया गया। वायरल वीडियो को पुलिस जांच में शामिल करेगी।

तीन भाइयों में सबसे बड़ा था सत्यपाल
सत्यपाल अपने तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। भाई नितीश ने तीन साल पहले पत्नी से झगड़ा होने पर फंदे से लटककर जान दे दी। सत्यपाल के पिता हरिराम ने भी आत्महत्या की थी। इकलौता बचा भाई अविनाश इस वारदात के बाद काफी दहशत में है।

एसपी सिटी व सीओ सदर ने मौका-मुआयना किया
एसपी सिटी संजय कुमार और सीओ सदर बीएस वीर कुमार मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने मौका-मुआयना करने के बाद परिजन से पूछताछ की। इस बीच भीड़ को मौके से हटवाया। फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की।

आर्थिक तंगी और शराब पीने की आदत से होते थे झगड़े
सत्यपाल शराब पीने का आदी था। वह जो कुछ कमाता था, शराब में उड़ा देता था। वह पत्नी गायत्री को रुपये नहीं देता था। कई बार उसकी मां शकुंतला घर में खाना भेजती थी। दंपती में रोज होने वाले झगड़ों के कारण आसपास के लोग भी परेशान थे। आसपास के कुछ लोगों ने कहा कि अक्सर झगड़ा होने के कारण वे लोग बीच में नहीं पड़ते थे। लेकिन ऐसा कुछ हो जाएगा, इसका अंदाजा भी नहीं था। बच्चे बचपन से ही दादी के पास रह रहे थे। पिता की मौत और मां के जेल जाने से रोहित और दीप्ति काफी गम और दहशत में हैं। वे कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थे। भाई अवनीश ने बताया कि पहले भी गायत्री हमला कर चुकी है। एक बार हंसिये से सत्यपाल पर हमला किया था। तब उसने ही बचाया था।

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जिसने देखा दहलाने वाला दृश्य… कांप उठा
दोपहर करीब तीन बजे हथौड़ा से रोजा की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग के किनारे बने मकान के सामने का दृश्य जिसने देखा, कांप उठा। सड़क पर हर समय काफी भीड़भाड़ रहती है। मकान के बाहर बने चबूतरे पर सत्यपाल के सीने पर बैठी गायत्री उसके फटे सिर में हाथ डालकर बैठी थी। इस दौरान छुट्टी होने पर कई स्कूली बच्चे भी गुजर रहे थे, वे भी रुककर देखने लगे। आसपास के लोगों ने उन्हें वहां से हटाया। नजारा इतना खौफनाक था कि लोगों की रूह कांप गई। गाड़ियां रोककर लोग सबकुछ देखते रहे लेकिन किसी की हिम्मत नहीं पड़ रही थी कि वह महिला के पास जा सके।