प्रेमी संग मिलकर उजाड़ लिया खुद का सुहाग, बिस्तर समेत गाड़ दिया पति का शव

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लखीमपुर खीरी में एक महिला ने अपना ही सुहाग उजाड़ डाला। प्रेमी संग मिलकर पति को रास्ते से हटा दिया। निघासन कस्बे में महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की बगौड़ी (बांका) मारकर हत्या कर दी।

इसके बाद घर के पास ही बिस्तर समेत जमीन में गाड़ दिया। 11 दिन बाद पुलिस ने जमीन से दफन शव बरामद किया। पुलिस ने युवक की पत्नी और प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।

निघासन कस्बे से करीब एक किमी दूर सिंगाही रोड के किनारे झोपड़ी डालकर अपनी पत्नी जूली के साथ रहने वाला घुमंतू बिरादरी का इंगलिश (30) करीब 11 दिनों से लापता था। उसके बड़े भाई छोटन्न के मुताबिक इधर-उधर काफी तलाश के बावजूद उसका कहीं पता नहीं चला। उसने एक दिन पहले पुलिस को सूचना दी थी। इस बीच शुक्रवार सुबह इंगलिश के घर से कुछ दूरी पर बदबू महसूस होने पर छोटे भाई छोटन्न ने जाकर देखा तो ताजी खुदी मिट्टी नजर आई।

सूचना पाकर सीओ संजयनाथ तिवारी, कोतवाल अरुण कुमार सिंह, एसएसआई राममिलन यादव सहित तमाम पुलिसकर्मी पहुंच गए। एसडीएम राजेश कुमार की मौजूदगी में घर के करीब दो फिट खोदने पर वहां बिस्तर समेत इंगलिश का सड़ा-गला शव बरामद हुआ। शाम को इस मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया। सीओ संजय नाथ तिवारी ने बताया कि युवक इंगलिश की हत्या 11 दिन पहले उसकी पत्नी जूली और उसके प्रेमी संतोष ने मिलकर की थी। संबंधों में बाधक होने पर दोनों ने बगौड़ी से मारकर हत्या कर दी और शव वहीं घर के पास दफन कर भाग गए। शुक्रवार शाम को दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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11 दिन घर के पास ही दफन रहा शव, किसी को नहीं लगी भनक

करीब 11 दिनों से लापता निघासन-सिंगाही रोड के किनारे झोपड़ी डालकर रहने वाले इंगलिश का शव शुक्रवार को उसके घर से 20 कदम दूर जमीन में गड़ा पाया गया। पत्नी और उसके प्रेमी ने मिलकर हत्या की। 11 दिनों तक शव घर के पास ही दफन रहा। शुक्रवार शाम को पुलिस ने खुलासा किया। मृतक की भाभी की तहरीर पर पुलिस ने पत्नी और उसके प्रेमी सहित तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और सुबूत मिटाने का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

निघासन कस्बे से करीब एक किमी दूर सिंगाही रोड के किनारे झोपड़ी डालकर अपनी पत्नी जूली के साथ रहने वाला घुमंतू और भिखारी बिरादरी का इंगलिश (30) करीब 11 दिनों से लापता था। उसके बड़े भाई छोटन्न के मुताबिक इधर-उधर काफी तलाष के बावजूद उसका कहीं पता नहीं चला। उसने बताया कि करीब नौ साल पहले इंगलिश की शादी गोला कोतवाली अमदानगर गांव के गज्जा की बेटी जूली के साथ नौ वर्ष पहले हुई थी। उनके कोई संतान नहीं थी। इंगलिश अपनी पत्नी, उसका पिता बनवारी और भाई-भाभी वगैरह पहले बुद्धीपुरवा गांव के पास टापरपुरवा गांव में रहता था। वहां जूली का प्रेम-प्रसंग बुद्धीपुरवा गांव के संतोष पाल नामक युवक के साथ चलने लगा।

दो साल पहले बदला था ठिकाना

तीन सालों से चल रहे इस प्रेम-प्रसंग से तंग आकर करीब दो वर्ष पहले सिंगाही रोड के किनारे की जमीन पर झोपड़ी डालकर जूली के साथ रहने लगा। अपनी इस झोपड़ी के उत्तर दस कदम पर उसने अपने सुअर आदि जानवर बांधने के लिए दूसरी झोपड़ी डाल रखी थी। छोटन्न ने बताया कि यहां भी संतोष आने लगा। इसे लेकर उनके बीच कई बार पंचायत भी हुई लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। संतोष भी शादीशुदा है। कुछ दिन पहले जूली के मायके वालों ने कोतवाली में यह शिकायत की थी कि ससुराल वाले उसकी बेटी को ससुराल वाले आने नहीं दे रहे हैं। बताते हैं कि 27 दिसंबर को किसी ने संतोष को जूली के साथ उसकी झोपड़ी में देखा था। इसके अगले दिन जूली भी घर से नदारद दिखी।

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एक दिन पहले भाई ने पुलिस को दी थी खबर

28 दिसंबर को छोटन्न ने संतोष और जूली पर इंगलिश को मारकर गायब कर देने का आरोप लगाते हुए गुमशुदगी की तहरीर कोतवाली में दी थी। शुक्रवार सुबह करीब दस बजे इंग्लिश का भाई छोटन्न और बहनोई भांगसिंह उसके छप्पर के उत्तर खड़े थे। वहां उनको बदबू महसूस होने पर जानवरों के छप्पर के उत्तर एक जगह सूखी पत्तियों का ढेर देखकर छोटन्न ने उनको हटाकर देखा तो मिट्टी ताजी खुदी मिली। थोड़ी मिट्टी हटाने पर उसे बिस्तर दिखा। इस पर उसने घरवालों को इत्तिला देकर बुला लिया। एसडीएम राजेश कुमार की मौजूदगी में सूखी पत्तियां हटाने के बाद करीब दो फिट खोदने पर वहां बिस्तर समेत इंगलिश का सड़ा-गला शव बरामद हुआ।

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भागने की फिराक में थे दोनों

सीओ संजयनाथ तिवारी ने बताया कि सुबह शव बरामद होने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इसके बाद से ही कोतवाल एके सिंह, एसएसआई राममिलन यादव, एसआई मो. जुबैर अहमद और सिपाहियों अमर कौशिक, राहुल कुमार, पोपिल, कल्याणी देवी और सोनिका की टीमें बनाकर छानबीन में लगाया गया था। शाम करीब साढ़े चार बजे मुखबिर की सूचना पर आरोपी जूली और संतोष कुमार पाल को ढखेरवा चौराहे से गिरफ्तार कर लिया गया। वे सामान सहित कहीं भागने की फिराक में थे।

संबंधों में बाधक बनने पर हत्या

सीओ ने बताया कि पूछताछ में दोनों ने पांच-छह वर्षों से अपना प्रेम-संबंध होना कुबूल किया। साथ ही बताया कि इंगलिश उनके बीच बाधा बनता था। इसी वजह से दोनों ने उसे अपने रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। दस दिन पहले जब वह अपने बिस्तर पर सो रहा था, तभी बगौड़ी से उसके गले पर वार करके मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद पड़ोस में ही गढ्ढा खोदकर बिस्तर समेत शव को उठाकर उसमें दबा दिया और ऊपर से आसपास पड़ी पेड़ों की सूखी पत्तियां डाल दीं। जूली ने बताया कि 11 साल पहले शादी के बावजूद उसके बच्चे नहीं हो रहे थे। इसी वजह से इंगलिश उसे मारता-पीटता था।