चकराता के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल टाइगर फॉल में दो पर्यटकों की मौत के बाद नहाने पर लगी रोक
देहरादून जिले के चकराता के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल टाइगर फॉल में सोमवार दोपहर पेड़ गिरने से दो पर्यटकों की मौत के बाद फिलहाल झरने में लोगों के नहाने पर रोक लगा दी गई है।
चकराता थाना प्रभारी चंद्रशेखर नौटियाल ने बताया कि झरने में पहाड़ से गिरे पेड़ की कुछ टहनियां अब भी अटकी हुई हैं जिन्हें हटाया जाना है।
उन्होंने कहा कि घटना के मद्देनजर यह भी देखा जाएगा कि आसपास स्थित अन्य पेड़ सुरक्षित हैं या नहीं। नौटियाल ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इस संबंध में वन विभाग को पत्र लिखकर उसकी भी सहायता ली जाएगी। उन्होंने कहा कि ‘टाइगर फॉल’ क्षेत्र में लोगों के घूमने पर कोई रोक नहीं है लेकिन उनकी सुरक्षा के मद्देनजर फिलहाल झरने में जाने या उसमें नहाने की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
सुरक्षा के नहीं इंतजाम
हर गर्मी में टाइगर फॉल में सैकड़ों की संख्या में पर्यटक प्राकृतिक झरने में नहाने आते हैं। इसके बाद भी पर्यटक स्थल पर सुरक्षा के लिए खास इंतजाम नहीं हैं।
टाइगर फॉल में कई पेड़ बन रहे खतरा
चकराता। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर टाइगर फॉल के आसपास कई पेड़ ऐसे हैं, जो भविष्य में खतरनाक साबित हो सकते हैं। वह तेज हवा और आंधी में कभी भी टूटकर गिर सकते हैं। झरने में नहाने के लिए हर दिन सैकड़ों की संख्या में पर्यटक आते हैं, लेकिन यहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। न तो यहां पुलिस तैनात रहती है और न ही एसडीआरएफ।
चंद मिनट पहले तक नहा रहे थे 90 स्कूली बच्चे
घटना से चंद मिनट पहले एक स्कूल से टूर पर आए करीब 90 बच्चे झरने के नीचे नहा रहे थे। इसके अलावा काफी पर्यटक भी मौजूद थे। पेड़ गिरने से कुछ देर पहले बच्चे नहाकर बाहर आ गए और इंतजार कर रहे लोग नहाने चले गए। तभी हादसा हो गया। इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले गीताराम अपने परिवार के साथ आए थे जबकि दिल्ली निवासी महिला अपनी बेटी और होने वाले दामाद के साथ घूमने आई थीं। चकराता के थानाध्यक्ष चंद्रशेखर नौटियाल ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
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