तीन हिस्सों में बंटी नैनीताल-ऊधम सिंह लोकसभा सीट का रोचक है इतिहास, इस बार केंद्रीय राज्यमंत्री भी मैदान में

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आजादी के बाद से अब तक उत्‍तराखंड की नैनीताल-ऊधम सिंह लोकसभा सीट पर हुए लोकसभा चुनाव में मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच ही रहा है।

इस सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता अजय भट्ट दूसरी बार मैदान में है। वह केंद्रीय रक्षा व पर्यटन राज्यमंत्री भी हैं। वह रानीखेत सीट से विधायक रहने के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

वहीं कांग्रेस ने प्रकाश जोशी को अपना प्रत्‍याशी बनाया। वह संगठन के रणनीतिकार रहे हैं। वह पूर्व में राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अन्य राज्यों में चुनाव प्रभारी भी रहे हैं।

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बता दें कि 19 अप्रैल को पहले चरण में उत्‍तराखंड की पांचों सीटों पर मतदान हुआ था। इस सीट पर भाजपा, कांग्रेस, बसपा समेत 10 प्रत्याशी मैदान में है।

11 बार कांग्रेस ने मारी बाजी

शुरुआत में 25 वर्ष तक यह सीट गोविंद बल्लभ पंत के परिवार के पास रही। इस सीट पर 11 बार कांग्रेस ने बाजी मारी। वहीं चार बार भाजपा जीती।

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एक बार भारतीय लोक दल और एक बार जनता दल के प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। तीन बार उत्तर प्रदेश व एक बार उत्तराखंड के सीएम रहे एनडी तिवारी भी इस सीट से तीन बार जीते।

तीन हिस्सों में बंटी यह सीट

नैनीताल-ऊधम सिंह नगर लोकसभा सीट तीन हिस्सों में बंटा है। पहला तराई, दूसरा भाबर और तीसरा पर्वतीय। तराई में ऊधम सिंह नगर जिला है। भाबर में हल्द्वानी, लालकुआं व कालाढूंगी क्षेत्र है। पर्वतीय में नैनीताल, भीमताल, भवाली, रामगढ़ क्षेत्र है। इस सीट पर लगभग 27 प्रतिशत क्षत्रिय, 17 प्रतिशत ब्राह्मण, 16 प्रतिशत अल्पसंख्यक, 16.8 प्रतिशत अनुसूचित जाति और 5.17 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के हैं। बाकी अन्य जातियों के लोग हैं।