दैवीय चमत्कार! लोहाघाट हादसे में मां-भाई की मौत के बाद 5 साल का चेतन चौबे बाल-बाल बचा
लोहाघाट: लोहाघाट-बाराकोट मोटर मार्ग पर बागधारा के पास गुरुवार की रात हुई भीषण बोलेरो दुर्घटना में जहाँ 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं 5 साल का मासूम चेतन चौबे दैवीय चमत्कार से सुरक्षित बच गया। उस पर ‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय’ की उक्ति सौ फीसदी खरी उतरी।
💔 माँ और भाई की मौत
हादसे में मरने वालों में स्याल्दे (अल्मोड़ा) निवासी भावना चौबे (28 वर्ष) और उनका छह साल का बड़ा बेटा प्रियांशु चौबे भी शामिल हैं। भावना दुल्हन के वाहन में न बैठकर बोलेरो में सवार हुई थीं।
👶 चमत्कारिक बचाव
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हादसे की स्थिति: जब राहत-बचाव दल और ग्रामीण दुर्घटनाग्रस्त 200 मीटर गहरी खाई में पहुँचे, तो उन्होंने देखा कि मलबे से कुछ दूरी पर चेतन चौबे खून से सने कपड़ों में जमीन पर सो रहा था।
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चेतन की प्रतिक्रिया: ग्रामीण गौरव पांडेय ने बताया कि जब वे पहुँचे तो चेतन अचानक उठा और क्षतिग्रस्त वाहन की ओर दौड़ा। वह जोर-जोर से “मम्मी-मम्मी” चिल्लाने लगा। बच्चे को बड़ी मुश्किल से शांत कराया गया।
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डॉक्टरों का अनुमान: डॉक्टरों ने बताया कि चेतन के बाएँ पैर में गंभीर फ्रैक्चर है, लेकिन जान को कोई खतरा नहीं है। अनुमान लगाया जा रहा है कि हादसे के वक्त वह अपनी मां की गोद में बैठा था और मां भावना ने आखिरी पल में बच्चे को जोर से छाती से चिपका लिया होगा, जिससे वह बाहर जा गिरा और उसकी जान बच गई।
मासूम चेतन बार-बार अपनी मां को पुकार रहा है, लेकिन उसे यह नहीं पता कि उसकी मां और बड़ा भाई हमेशा के लिए उसे छोड़कर जा चुके हैं। मृतक भावना चौबे के पति सुरेश चौबे दूल्हा-दुल्हन के वाहन में सवार थे, जिससे उनकी जान बच गई। भावना दूल्हे की बहन थीं।
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