अब बेटों के जन्म पर भी मिलेगी महालक्ष्मी किट, उत्तराखंड सरकार का ऐलान

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उत्तराखंड की गर्भवती महिलाओं की सहायता करने के लिए और बेटी के जन्म को पॉजिटिव बनाने के लिए राज्य में महालक्ष्मी किट शुरू की गई. इसका मकसद ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के समान महालक्ष्मी किट योजना है, जोकि महिलाओं के हित में है.

ये कहना है उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या का. उन्होंने एक बड़ा ऐलान किया है कि आने वाले दिनों में जिस तरह से बच्ची के पैदा होने पर महालक्ष्मी किट दी जाती है उसी तरह बेटा पैदा होने पर भी दी जाएगी. ये काम राज्य में जल्द शुरू हो जाएगा.

दरअसल, देहरादून में मंगलवार को ऑफिसर्स क्लब राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मंत्री आर्या ने भाग लिया, जहां उन्होंने ये बड़ा ऐलान किया. साथ ही साथ उन्होंने गर्भवती महिलाओं की गोद भराई भी करवाई और कुपोषित महिलाओं को पोषण किट बांटीं. इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट भी बांटीं. इस किट से महिलाओं को काफी सहयोग मिल रहा है.

मंत्री आर्या का कहना है कि उत्तराखंड के आंगनवाड़ी केंद्रों में भी गोद भराई और अन्नप्राशन सहित तमाम तरह की गतिविधियां की जा रही हैं, ताकि हर महिला को सरकार की योजना का लाभ मिल सके. साथ ही साथ आगंनवाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से राष्ट्रीय पोषण माह में पोषण अभियान भी चलाया जाएगा.

‘कुपोषण के संबंध में आंगनबाड़ी बहनें कर रहीं जागरूक’

उनका कहना है कि पोषण अभियान का मकसद कुपोषित बच्चों का पता लगाना है. अगर कोई कुपोषित पाया जाता है तो उनके माता-पिता को उचित अहार देने के बारे में जागरूक किया जाएगा. इस समय आंगनबाड़ी बहनें गांव-गांव, घर-घर जाकर लोगों को कुपोषण के संबंध में जागरूक कर रही हैं. वहीं, ये पोषण माह एक अक्टूबर तक जारी रहने वाला है. इस साल राष्ट्रीय पोषण माह का विषय सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत रखा गया है. पोषण माह के तहत स्तनपान, मिशन लाइफ माध्यम से पोषण में सुधार, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, मेरा माटी मेरा देश, स्वस्थ बालक स्पर्धा, आयुर्वेद के माध्यम से स्वस्थ जीवन जैसे कार्यक्रमों का आयोजन करना है.

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