मोदी-शाह के कैसे करीबी बने बलूनी, कुछ ऐसा है अनिल बलूनी का सफर

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बीजेपी ने उत्तराखंड से पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को लोकसभा चुनाव में उतारा है. अनिल बलूनी को बीजेपी ने उत्तराखंड की हॉट सीट पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट के टिकट दिया है. अनिल बलूनी लंबे समय से दिल्ली की राजनीति में हैं. वे बीजेपी मीडिया प्रभारी के तौर पर काम कर रहे हैं. अनिल बलूनी को पीएम मोदी और शाह का करीबी माना जाता है. अनिल बलूनी बीजेपी के लिए चुनावी रणनीतियां बनाते हैं. इसके साथ ही बीजेपी के सोशल कैंपेन की जिनम्मेदारी भी बलूनी के कंधों पर ही रहती है. यही कारण है कि अनिल बलूनी पीएम मोदी के भरोसेमंदों में गिने जाते हैं. जिसके कारण उन्हें अब लोकसभा टिकट दिया गया है.

अनिल बलूनी पौड़ी गढ़वाल से आते हैं. उनका जन्म 2 सिंतबर 1972 नकोट गांव में हुआ. अनिल बलूनी कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय हैं. वे भाजयुमो में बड़ी भूमिका निभा चुके हैं. वे भाजयुमों के प्रदेश महामंत्री रहे. इसके साथ ही उत्तराखंड की निशंक सरकार में भी उन्होंने वन्यजीव बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया गया.

अनिल बलूनी को इसके बाद भाजपा का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया. इसके बाद उन्हें राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख की जिम्मेदारी से नवाजा गया.अनिल बलूनी ने साल 2002 में कोटद्वार विधानसभा चुनाव में पर्चा भरा था. तब उनका नामांकन निरस्त हो गया था. इसके बाद वे इसी सीट पर साल 2004 में उपचुनाव लड़े. जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

अनिल बलूनी ने पत्रकारिता की पढ़ाई की है. इसी दौरान संघ के नेताओं से उनकी करीबियां बढ़ी. संघ के नेता सुंदर भंडारी के वे खास थे. सुंदर भंडारी जब बिहार के राज्यपाल थे तब बलूनी उनके ओएसडी थे. इसके बाद वे भंडारी के साथ गुजरात भी गये. इस दौरान नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. इसी दौरान अनिल बलूनी, नरेंद्र मोदी के करीब आये. जिसके बाद उन्हें साल 2014 में बीजेपी में बड़ी जिम्मेदारी मिली. 2014 में बलूनी को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया. इसके बाद उन्हें राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई. जिसमें उन्होंने अभूतपूर्व काम किया. जिसका उन्हें ईनाम मिला.अनिल बलूनी को 10 मार्च 2018 में उत्तराखंड से राज्यसभा भेजा गया. साल 2024 में राज्यसभा कार्यकाल पूरा होने के बाद अब मोदी शाह उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार रहे हैं.