108 शक्तिपीठों में से एक मां पूर्णागिरि धाम में 9 मार्च से पूर्णागिरि मेले का होगा आयोजन
चंपावत: होली के अगले दिन यानी 9 मार्च से शुरू होने वाले पूर्णागिरि मेले की लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूर्णागिरि मेले का शुभारंभ कर सकते हैं, जिसके चलते आज 7 मार्च को टनकपुर के उप जिलाधिकारी सुंदर सिंह तोमर ने अधिकारियों के साथ बैठक की और मेले की अंतिम तैयारियों की समीक्षा की.
उत्तराखंड के चंपावत जिले के टनकपुर में हर साल होली के अगले दिन 108 शक्तिपीठों में से एक मां पूर्णागिरि धाम में बड़े स्तर पर मेले का आयोजन किया जाता है. इस मेले में देशभर से श्रद्धालु माता पूर्णागिरि के दर्शन करने लिए आते हैं. मेले में आने श्रद्धालुओं की किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रशासन दिन-रात व्यवस्थाएं करने में जुटा हुआ है. टनकपुर के उप जिलाधिकारी सुंदर सिंह तोमर ने मंगलवार 7 मार्च को टनकपुर तहसील सभागार में मेला प्रबंधक कमेटी और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
एसडीएम तोमर ने कहा कि मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को आसानी से माता पूर्णागिरि के दर्शन हो जाए, इसको लेकर सभी विभाग को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं. गर्मी के चलते पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था करने को भी कहा गया है. सुरक्षा और व्यवस्थाओं के लिहाज से पूर्णागिरि मेला क्षेत्र को 6 जोन में बांटा गया है, जिसके लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया है.
माता पूर्णागिरि का इतिहास: माता पूर्णागिरि को लेकर मान्यता है कि यहां पर माता सति की नाभि का भाग विष्णु चक्र से कट कर गिर गया था. टकनपुर में माता पूर्णागिरि का मंदिर अन्नपूर्णा शिखर पर स्थित है. माता पूर्णागिरि का धाम टनकपुर के चंपावत जिले में स्थित है.
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