राजू अनेजा,काशीपुर।काशीपुर के केसरी गणेशपुर गांव में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसमें खेत में काम कर रहे बुजुर्ग किसान और एक नौजवान मजदूर की पानी की मोटर में फैले करंट से मौत हो गई। हादसा जितना दुखद था, उससे कहीं ज़्यादा मानवीय करुणा से भरा था – क्योंकि किसान ने मजदूर को करंट से तड़पता देखा और खुद की जान की परवाह किए बिना उसे बचाने दौड़ पड़ा।
लेकिन खेत में पहले ही मौत का जाल बिछा था —
और दोनों की ज़िंदगियां वहीं खत्म हो गईं।
मजदूर ने जैसे ही चालू की मोटर, करंट से तड़पने लगा
ग्राम केसरी गणेशपुर निवासी भूपेंद्र सिंह (70) अपने खेत में पानी देने के लिए गांव के ही सलविंदर सिंह उर्फ निक्का (24) के साथ गुरुवार सुबह खेत पहुंचे थे।
जैसे ही सलविंदर ने खेत की पानी की मोटर चालू की — अचानक तेज करंट उसके शरीर में दौड़ गया।वह मौके पर ही चीखने और तड़पने लगा।पास ही खड़े भूपेंद्र सिंह ये दृश्य देख न सके।उन्होंने बिना कुछ सोचे समझे, उम्र की परवाह किए बगैर सलविंदर को बचाने के लिए झपट्टा मारा।लेकिन मोटर में करंट अभी भी सक्रिय था।भूपेंद्र सिंह भी करंट की चपेट में आ गए और दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
खाना लेकर पहुंचा बेटा, देखी बेजान लाशें
दोपहर करीब 2 बजे, भूपेंद्र सिंह का बेटा सुरेंद्र सिंह खाना लेकर खेत पहुंचा।
मोटर के पास पड़ी दो बेजान लाशों को देख उसकी चीख निकल गई।
वह जैसे ही पास गया, उसे भी करंट का हल्का झटका लगा।
बड़ी मुश्किल से उसने बिजली सप्लाई बंद की और दोनों को लेकर अस्पताल पहुंचा —
लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गांव में मातम, सवालों के घेरे में व्यवस्था
दो जिंदगियों की अचानक मौत ने पूरे गांव को ग़म में डुबो दिया है।
सलविंदर अविवाहित था, गरीब परिवार से था और रोज़गार के लिए मेहनत करता था।
भूपेंद्र सिंह गांव के अनुभवी किसान थे। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है।
गढ़ीनेगी चौकी प्रभारी जगत सिंह शाही के अनुसार, मामले में अभी तक कोई तहरीर नहीं आई है।
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