पड़ोसी की हत्या कर देश से हुआ फरार, 35 साल बाद पुलिस ने यूं धर दबोचा

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पालघर जिले में 35 साल से अधिक समय से फरार चल रहे एक हत्यारोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद भारत से बहरीन भाग गया था. तीन साल पहले ही वापस लौटा था.

इस मामले में छह आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं.

मानिकपुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक राजू माने ने कहा कि 30 नवंबर 1988 को पालघर के वसई इलाके के नवघर में सलीम अकबर अली (24) की आपसी रंजिश की वजह से हत्या कर दी गई थी. मृतक के परिजनों के तहरीर के आधार पर इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था.

वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ने बताया कि आरोपियों विजय सुदाम राणे, शंकर बगली माखन, धर्म धर्मेंद्र, शेखर पुजारी, चंद्रशेखर शेट्टी, कुमार होडे, धनंजय बेलूर और क्लैमेंट साइमन लोबो के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.

वारदात के कुछ दिन के बाद ही पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन दो आरोपी धनंजय बेलूर और क्लैमेंट साइमन लोबो फरार हो गए. इसमें लोबो बहरीन चला गया. तीन साल पहले ही वो भारत लौटा है. इधर पुलिस की एक टीम तकनीकी और खुफिया जानकारी पर लगातार काम कर रही थी.

इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि लोबो (55) भारत आया है. वो वसई शहर के मानिकपुर इलाके में रह रहा है. इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और लोबो को सोमवार को एक घर से गिरफ्तार कर लिया, जहां वो छिपा हुआ था. दूसरा आरोपी धनंजय बेलूर अभी भी फरार है. उसकी तलाश चल रही है.

क्लैमेंट साइमन लोबो ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि उसका सलीम अकबर अली के साथ लंबे समय से झगड़ा चल रहा था. इस वजह उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची. सभी मिलकर उसे मार डाला. पुलिस अन्य आरोपियों के साथ भी उससे पूछताछ करने वाली है.

तीन दशक से फरार चल रहे हत्यारोपी को गुजरात से पकड़ा

इसी तरह एक अन्य मामले में पालघर जिले में ही अपने सहकर्मी की हत्या करने के बाद करीब तीन दशक से फरार चल रहे एक व्यक्ति को पड़ोसी राज्य गुजरात से गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल ने कहा कि हरेश बाबू पटेल उर्फ नायका (55) को वलसाड जिले से पकड़ा गया.

पुलिस अधीक्षक ने कहा, पीड़ित मोहन सुकुर दुबली (50) विरार के रहने वाले थे. हरेश बाबू पटेल वलसाड जिले के पारदी के रहने वाले थे और राजमिस्त्री के रूप में काम करते थे. दोनों के बीच किसी बात पर विवाद हो गया था. 19 अप्रैल, 1995 को उनके बीच झगड़ा हुआ. पटेल ने फावड़े से दुबली की हत्या कर दी.

एसपी पाटिल ने कहा कि पुलिस ने दो दिन बाद पटेल को वलसाड में उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया, लेकिन वह हिरासत से भाग गया. इंस्पेक्टर अनिल विभुते के नेतृत्व में एक स्थानीय अपराध शाखा टीम को सूचना मिली कि आरोपी अपने गांव में है, जिसके बाद उसे मंगलवार को पकड़ लिया गया.