क्या है पूरा मामला?
मेरठ का रहने वाला फिरोज अपने साथी नौशाद के साथ 5 फरवरी को शामली जा रहा था। रोहाना टोल पर उसे अपने दोस्त लियाकत से मुलाकात करन थी। लियाकत ने उसे शामली करनाल चौक से सहारनपुर रोड पर जाने की सलाह दी। गूगल मैप लोकेशन शेयर किया। फिरोज ने गूगल मैप पर लोकशन लगाकर यात्रा शुरू की। रात करीब दो बजे फिरोज रास्ता भटक गया।
फिरोज अपनी कार के साथ गांव में खेतों की तरफ जाकर फंस गया। उसने लियाकत को फोन मिलाया। स्थिति की जानकारी दी। लियाकत ने उसे हाइवे की तरफ लौटने का कहा। फिरोज कार बैक करने लगा तो वह गेहूं के खेत में जाकर फंस गया। फिरोज और नौशाद ने वहां से गुजर रहे युवकों से मदद मांगी। कुछ देर में तीन और लोग वहां पहुंच गए। वे कार निकालने में फिरोज की मदद करने लगे।
मदद कर रहे लोगों ने फिरोज और नौशाद को फंसाया। उन्हें कार को निकालने के लिए धक्का लगाने को कहा। इस दौरान एक युवक कार की ड्राइविंग सीट पर बैठ गया। जैसे ही कार बाहर निकली, वह वाहन लेकर फरार हो गया। बाकी आरोपी भी बाइक पर भाग निकले। कार में फिरोज का मोबाइल भी था।
हालांकि, फिरोज की जेब में उसका दूसरा मोबाइल था। उसने तत्काल डायल-112 पर कॉल कर घटना की जानकारी दी। फिरोज और नौशाद ने देवबंद थाने पहुंचकर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ शिकायत की। पुलिस ने केस दर्ज कर आसपास के गांवों में छानबीन शुरू कर दी है। घटनास्थल के आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। फिरोज ने एफआईआर में बताया है कि गूगल मैप की वजह से वह गलत रास्ते पर चला गया था, जिससे यह घटना घटी। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें