26 साल से लापता बेटे का इंतज़ार कर रहे बूढ़े माँ-बाप: “बेटा जहाँ भी हो, बस एक बार घर लौट आ”
जबलपुर में रह रहे उत्तराखंड (बागेश्वर) के मूल निवासी मोहन चंद्र जोशी और धनुली देवी का परिवार पिछले 26 वर्षों से अपने इकलौते बेटे नंदा बल्लभ जोशी की तलाश में भटक रहा है। समय बीत गया है, पर इस वृद्ध दंपति की उम्मीदें आज भी ज़िंदा हैं कि उनका बेटा एक दिन घर ज़रूर लौटेगा।
18 साल की उम्र में हुए थे लापता
नंदा बल्लभ जोशी की गुमशुदगी की कहानी 26 साल पुरानी है:
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तारीख: 26 अप्रैल 1999
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उम्र: उस समय नंदा बल्लभ जोशी की उम्र 18 वर्ष थी।
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घटना: वह जबलपुर में PET (प्री इंजीनियरिंग टेस्ट) की परीक्षा देने के लिए घर से निकले थे, जिसके बाद उनका कोई सुराग नहीं मिला।
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वर्तमान उम्र: इतने वर्षों बाद आज नंदा बल्लभ की उम्र लगभग 44 वर्ष हो चुकी है।
माता-पिता की भावुक गुहार
वृद्ध पिता मोहन चंद्र जोशी और उनकी बीमार पत्नी धनुली देवी आज भी हर सुबह इसी उम्मीद से जागते हैं कि शायद कोई अच्छी ख़बर मिले। भावुक स्वर में पिता ने अपील की है:
“बेटा नंदा बल्लभ, अगर तू कहीं भी है, सुन रहा है तो बस एक बार घर लौट आ। तेरी माँ बीमार है, रोज़ तेरे नाम की पूजा करती है। हमें तुझसे कोई शिकायत नहीं, बस एक झलक दिखा जा बेटा…।”
हर कोशिश रही नाकाम
बेटे की तलाश में परिवार ने इन 26 वर्षों में हर संभव प्रयास किया:
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पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
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अख़बारों में समाचार प्रकाशित कराए गए।
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सभी रिश्तेदारों और परिचितों से संपर्क किया गया।
लेकिन, इन कोशिशों का नतीजा सिफ़र रहा है। आज भी परिवार की आँखें दरवाज़े पर टिकी रहती हैं, इस उम्मीद में कि शायद कोई दस्तक नंदा बल्लभ की हो।
सूचना देने वाले को मिलेगा इनाम
पिता मोहन चंद्र जोशी ने लोगों से मार्मिक अपील की है कि यदि किसी को भी नंदा बल्लभ जोशी के बारे में कोई जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत नीचे दिए गए नंबर पर संपर्क करें। सूचना देने वाले को उचित इनाम दिया जाएगा।
संपर्क मोबाइल नंबर: 9329485466



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