नई टिहरी (रानीचौरी): वीरचंद्र सिंह गढ़वाली उत्तराखंड औद्यानिक एवं वानिकी विवि, भरसार के वानिकी महाविद्यालय रानीचौरी में भारतीय कृषि विश्वविद्यालय संघ (आईएयूए) की ओर से ‘भारत में कृषि-पारिस्थितिकी-पर्यटनः अवसर, चुनौतियां और आगे की राह’ विषय पर 14वाँ विचार-मंथन सत्र शुरू हुआ।
सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने पलायन के कारण ‘घोस्ट विलेज’ बनते जा रहे उत्तराखंड के गाँवों को ‘होस्ट विलेज’ में बदलने की आवश्यकता पर बल दिया।
🏡 घोस्ट विलेज को होस्ट विलेज बनाने पर जोर
- राज्यपाल का विचार: राज्यपाल ने कहा कि होम स्टे जैसी जनलाभकारी योजना के बाद अब होस्ट विलेज (Host Village) की दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है, ताकि उत्तराखंड में रिवर्स पलायन को बढ़ावा मिले।
- पीएम से अनुरोध: उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया कि उत्तराखंड के घोस्ट विलेज से ‘जी’ शब्द हटाकर ‘एच’ शब्द जोड़कर ‘होस्ट’ करवाया जाए, जिससे यहाँ खुशहाली लौटे।
- आवश्यकता: इन गाँवों में सड़क, बिजली, पानी और कनेक्टिविटी बढ़ाने की आवश्यकता है।
🌲 कृषि और पर्यटन का संगम
- मुख्यमंत्री का संबोधन (वर्चुअल): मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पर्यटन ही उत्तराखंड की रीढ़ है, ऐसे में कृषि और पर्यटन का संगम राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगनी गति प्रदान कर सकता है।
- पलायन पर नियंत्रण: पारिस्थिकी पर्यटन स्थानीय युवाओं को बढ़ावा देने के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन को रोकने में भी कारगर साबित होगा।
- सम्मेलन में भागीदारी: इस विचार-मंथन सत्र में 10 से अधिक राज्यों के कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति, कृषि वैज्ञानिक और विशेषज्ञ एग्रो इको टूरिज्म को लेकर चर्चा करने के लिए जुटे हैं।
🏆 उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसान सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चार किसानों को प्रगतिशील किसान सम्मान से पुरस्कृत किया गया:
- नमृता कंडवाल: यमकेश्वर ब्लाक, पौड़ी।
- माधवेंद्र रावत: भटवाड़ी ब्लाक, उत्तरकाशी।
- चंद्रशेखर पांडे: गरुड़, बागेश्वर।
- रामकृष्ण डबराल: टिहरी।
इस दौरान विश्वविद्यालय के तीन प्रकाशनों का विमोचन भी किया गया।
🏗️ राज्यपाल द्वारा शिलान्यास
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के निम्नलिखित छह निर्माण कार्यों का शिलान्यास भी किया:
- बालक छात्रावास, पर्वतीय कृषि महाविद्यालय, चिरबिटिया
- प्रशासनिक एवं शैक्षणिक माली ट्रेनिंग सेंटर, प्रतापनगर
- तृतीय मंजिल बालिका छात्रावास, रानीचौरी
- बालिका छात्रावास, पर्वतीय कृषि महाविद्यालय, चिरबिटिया
- कार्यालय भवन, गैरसैंण
- केंद्रीय पुस्तकालय, औद्योनिकी महाविद्यालय, भरसार
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