भारत और ब्रिटेन के बीच 24 जुलाई को हुए मुक्त व्यापार समझौते (FTA) से देश के दवा उद्योग को बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है, जिसका सीधा फायदा उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र को होगा। हरिद्वार, जहाँ जेनेरिक दवाओं का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है, वहाँ मौजूदा 18 फीसदी उत्पादन के बढ़कर 25 से 30 फीसदी तक पहुँचने की संभावना है।
आयात शुल्क हटने से बढ़ेगा निर्यात और मुनाफा
समझौते के तहत, भारतीय जेनेरिक दवाओं और मेडिकल उपकरणों पर अब ब्रिटेन में कोई आयात शुल्क नहीं लगेगा। अभी तक इन पर 4 से 16 फीसदी तक टैरिफ लागू होता था। इस बदलाव से भारतीय दवाएं ब्रिटेन में सस्ती मिलेंगी, जिससे वहाँ के हेल्थकेयर सेक्टर को राहत मिलेगी, और निर्यातकों को भी ज्यादा मुनाफा होगा। दवा उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि इससे भारत की वैश्विक फार्मेसी के रूप में पहचान और मजबूत होगी।
हरिद्वार सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार पहले ही देश की 18 फीसदी जेनेरिक दवा का उत्पादन करता है, और टैरिफ हटने से निर्यात बढ़ेगा व नए निवेश के रास्ते खुलेंगे। आयुष फार्मा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी इस बात पर जोर दिया कि अब भारतीय दवाएं ब्रिटेन में ज्यादा सस्ती दरों पर उपलब्ध होंगी।
2030 तक व्यापार दोगुना करने का लक्ष्य और रोजगार के अवसर
सरकार का लक्ष्य है कि भारत और यूके के बीच द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना किया जाए, जिसमें फार्मा क्षेत्र की अहम भूमिका होगी। विशेषज्ञों के अनुसार, इस समझौते से छोटे और मध्यम उद्यमों (MSME) को भी बड़ा लाभ होगा। बढ़ते उत्पादन के साथ नए रोजगार के अवसर भी बनेंगे।
सिडकुल में पहले से ही कई बड़ी फार्मा कंपनियाँ मौजूद हैं, और अब इस समझौते के बाद नए निवेशकों की दिलचस्पी भी बढ़ेगी। औद्योगिक क्षेत्र में विस्तार की संभावनाएँ जताई जा रही हैं, जिससे न सिर्फ राज्य की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध होगा। वर्तमान में हरिद्वार की 70 दवा फैक्ट्रियों में 1,25,000 कर्मचारी हैं, और इस समझौते के बाद कई हजार कर्मचारियों को काम पर रखने की उम्मीद है। इससे स्थानीय युवाओं को भी अपने ही घर में रोजगार मिल पाएगा।
यह FTA भारतीय दवा उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है, विशेषकर उत्तराखंड जैसे राज्यों के लिए जहाँ फार्मा उत्पादन का बड़ा केंद्र है।
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