देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक प्रभावी अभियान चलाते हुए सोमवार को राज्य में ‘सतर्कता-हमारी साझा जिम्मेदारी’ नामक जनजागरूकता अभियान का शुभारंभ कर दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में अधिकारियों को सत्यनिष्ठा की प्रतिज्ञा दिलाकर इस अभियान की शुरुआत की।
🚫 जीरो टॉलरेंस की नीति
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर दो टूक कहा कि:
- दृढ़ संकल्प: प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम कर रही है।
- परिणाम: “भ्रष्टाचारियों की जगह केवल और केवल जेल की सलाखों के पीछे ही है। भ्रष्टाचारी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
- प्रधानमंत्री की प्रेरणा: उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार मुक्त भारत का संकल्प लिया है और उसे धरातल पर उतारने का कार्य भी किया है। राज्य में भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
🇮🇳 सरदार पटेल के जन्मदिवस पर शुरुआत
मुख्यमंत्री ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को याद करते हुए कहा कि उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में ही यह जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिन्होंने अपना जीवन भारत की एकता, अखंडता और सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए समर्पित किया।
🗣️ अधिकारियों का समर्थन
- मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन: उन्होंने कहा कि समाज और प्रशासन की मजबूती के लिए सभी कार्मिकों का अपने कार्यों में सत्यनिष्ठ, ईमानदार और अनुशासित होना आवश्यक है। कार्य के प्रति अनुशासन होने से भ्रष्टाचार स्वतः समाप्त हो जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में पिछले चार वर्षों में हुए प्रयासों की सराहना की।
इस अवसर पर डीजीपी श्री दीपम सेठ, प्रमुख सचिव श्री एल. फैनई, निदेशक सतर्कता वी. मुरूगेशन सहित कई अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
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