लालकुआं: लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के बिन्दुखत्ता और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में लगातार बढ़ती चोरी की वारदातों पर अंकुश न लगने से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है। आज, बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने लालकुआं कोतवाल दिनेश चन्द्र फर्त्याल का घेराव कर जल्द से जल्द चोरी की घटनाओं के खुलासे की मांग की। ग्रामीणों ने पुलिस को चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही इन वारदातों का खुलासा नहीं होता है, तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
युवा भाजपा नेता के नेतृत्व में प्रदर्शन
युवा भाजपा नेता और बिन्दुखत्ता के पूर्व मंडल अध्यक्ष दीपक जोशी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण लालकुआं कोतवाली पहुँचे और विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान ग्रामीणों ने कोतवाल दिनेश चन्द्र फर्त्याल का घेराव किया और उन्हें एक ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। कोतवाल ने आक्रोशित ग्रामीणों को जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
आक्रोशित ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाते हुए आरोप लगाया है कि बिन्दुखत्ता और आसपास के क्षेत्रों में पिछले दो महीने के भीतर आधा दर्जन से अधिक चोरी की वारदातें हो चुकी हैं। उनके अनुसार, इन मामलों में एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने अब तक एक भी चोरी की वारदात का खुलासा नहीं किया है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी स्थानीय पुलिस सभी मामलों में लापरवाह बनी हुई है।
चोरी की घटनाओं का विवरण
ग्रामीणों ने कुछ प्रमुख घटनाओं का उल्लेख किया:
- 29 मई को: बिन्दुखत्ता के संजय नगर द्वितीय निवासी पार्वती देवी पत्नी प्रताप सिंह कोरंगा के आवास पर दिनदहाड़े घर का ताला तोड़कर चोरों ने करीब ₹46,000 नकद और लाखों रुपए के जेवरात चोरी कर लिए।
- हल्दूचौड़ क्षेत्र में: इसी तरह एक ज्वैलर्स के घर से हजारों की नकदी और लाखों रुपए के जेवरात चोरी करके चोर फरार हो गए।
- इसी माह: हल्दूचौड़ स्थित बमेठा बंगर खीमा निवासी गीता जोशी के घर का भी दिनदहाड़े ताला तोड़कर लाखों रुपए के सोने-चांदी के जेवरात चोरी कर लिए गए।
ग्रामीणों का कहना है कि इन सभी मामलों में पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में पुलिस गश्त न होने से चोरी की घटनाएँ बढ़ रही हैं और दिन ढलते ही संदिग्ध लोग घूमते रहते हैं। ऐसे में बंद मकानों को छोड़कर जाना सुरक्षित नहीं रहा। उन्होंने पुलिस से क्षेत्र में सत्यापन अभियान पर ज़ोर देने की भी मांग की।
ग्रामीणों ने चेतावनी दोहराते हुए कहा कि यदि स्थानीय पुलिस ने सभी चोरी की घटनाओं का जल्द से जल्द पर्दाफाश नहीं किया, तो सभी क्षेत्रवासी उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे, जिसकी समस्त जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। यह स्थिति स्थानीय पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।
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