सोमवती अमावस्या 2024 कब है? जानें तिथि और अनुष्ठान

खबर शेयर करें -

चैत्र अमावस्या के दिन सोमवार है, अत: वह दिन सोमवती अमावस्या है। सोमवती अमावस्या पर पितरों को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं। पितृदोष से पीड़ित लोगों या जिनके पूर्वज नाराज हैं, उन्हें प्रसन्न करने के लिए तर्पण, दान, पिंड दान, ब्रह्मभोज, पंचबली कर्म या त्रिपिंडी श्राद्ध किया जाता है।

अमावस्या के दिन पितरों और उनके देवता अर्यमा की भी पूजा की जाती है। अगर आप पूजा के दौरान अपने पितरों को उनके पसंदीदा फूल चढ़ाते हैं तो वे खुश होते हैं और आपको आशीर्वाद देते हैं। पुरी केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य डाॅ. गणेश मिश्र से जानिए पितरों को कौन से फूल चढ़ाने चाहिए?

इन फूलों को अर्पित करने से पितर प्रसन्न होंगे।
1. सफेद फूल: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सफेद फूल पितरों को प्रिय होता है। नाराज पितरों को सफेद फूल चढ़ाकर प्रसन्न किया जा सकता है। सफेद रंग सादगी और पवित्रता का प्रतीक है। इसी कारण से पितरों के निमित्त सफेद वस्त्र ही दान किये जाते हैं। पितरों की पूजा में आप कोई भी फूल नहीं चढ़ा सकते, हालांकि लोग अज्ञानता के कारण कोई भी फूल चढ़ाने की गलती कर बैठते हैं।

2. सोमवती अमावस्या के दिन आप अपने पितरों को कमल, चंपा, मालती और जूही के फूल भी चढ़ा सकते हैं। पितरों की पूजा के लिए सफेद कमल के फूल शुभ रहेंगे। ये सभी फूल सफेद रंग के होते हैं। आप चाहें तो अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए सफेद गुलाब भी अर्पित कर सकते हैं।

पितरों को कौन से फूल नहीं चढ़ाने चाहिए?
पितरों की पूजा के दौरान लाल, काले, गहरे नीले रंग के फूल चढ़ाने से बचना चाहिए। यहां तक ​​कि उन्हें तेज सुगंध वाले फूल भी नहीं चढ़ाए जाते।

सोमवती अमावस्या 2024 मुहूर्त
सोमवती अमावस्या आरंभ तिथि: 08 अप्रैल, सुबह 08:21 बजे
सोमवती अमावस्या की अंतिम तिथि: 08 अप्रैल, रात 11:50 बजे
सोमवती अमावस्या पर पितृ श्राद्ध का समय: सुबह 11:30 बजे से दोपहर 03:30 बजे तक

सोमवती अमावस्या का महत्व
8 अप्रैल को सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी. सोमवती अमावस्या के दिन सुबह स्नान के बाद अपने पितरों को तर्पण और दान करते हैं। इससे पुण्य की प्राप्ति होती है। सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखें और भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा करें। अगर विवाहित महिलाएं यह व्रत रखती हैं तो उन्हें अपार सौभाग्य की प्राप्ति होती है और उनकी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं।