शर्मनाक : बूढ़ी मां की हरकतें कुछ अजीब तरह की हो गई, इसके चलते बेटों ने लाठियों से पीटकर सड़क पर फेंका

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हैदराबाद : वृद्धावस्था में बच्चों को अपने मां-बाप का ध्यान रखना चाहिए। उनकी देखभाल करनी चाहिए पर ऐसा न करके बूढ़ी मां को बेटों ने सड़कों पर ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया। जिस मां ने नौ महीने बेटों को अपनी कोख में रखा, प्यार से उनका पालन-पोषण किया वही उन बेटों के लिए बोझ बन गई।

बूढ़ी की हरकतें कुछ अजीब तरह की हो गई थी, इसके चलते बेटों ने उसे पहले तो लाठियों से मारा उसके बाद सड़क पर छोड़ दिया। यह घटना गुरुवार को यादगिरिगुट्टा  में सामने आई जब स्थानीय लोगों ने उसे सड़क पर देखा।

विस्तार से जानने पर पता चला कि हैदराबाद (Hyderabad) के सीतारामबाग (Sitarambagh) में रहने वाले यादम्मा (65) विठ्ठल दंपति के पांच बेटे हैं। यादम्मा के शरीर में  मंगलवार और शनिवार को देवी माता आती है और उस समय वह अजीब हरकतें करती है। यही बात उसके पति और बेटे-बहुओं को पसंद नहीं थी।

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इसी के चलते घर में वे उसे रोज मारते थे, शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान करते थे
और फिर आखिरकार उससे छुटकारा पाने के लिए उन्होंने उसे एक सप्ताह पहले यादगिरिगुट्टा लाकर छोड़ दिया और फिर चलते बने।

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तबसे वह सड़कों पर रहने को मजबूर है। स्थानीय लोगों ने जब लक्ष्मी सिनेमा थिएटर के पास एक घर के बाहर बीमार यादम्मा को देखा तो उसे वंगपल्ली के अम्मा ओडी आश्रम में भेज दिया।

आश्रम के प्रशासक जेल्ला शंकर ने कहा कि यादम्मा ने उन्हें बताया कि परिवार के सदस्य उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। अब तो हालत ऐसी है कि परिवार का नाम आने के साथ ही वह डर से कांपने लगती है।

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वहीं कई स्थानीय लोगों का कहना है कि बूढ़ी मां से अगर कोई परेशानी हो या फिर वह बीमार हो तो उसका इलाज कराना चाहिए ना कि ऐसे सड़क पर छोड़ देना चाहिए। ऐसे बेटों के खिलाफ तो कार्रवाई करनी चाहिए जिससे कि उन्हें सबक मिल सके।

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