ईरान पर इजरायल के हमले के बारे में जानने लायक 5 बातें… पता चल जाएगा किस ओर जाने वाला है ‘युद्ध’!

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इजरायल अपने दुश्मनों को कभी छोड़ता नहीं है। 1 अक्टूबर को जब ईरान ने इजरायल की ओर 180 से ज्यादा मिसाइलें दागी थीं तो ये भी तय हो चुका था कि देर से ही सही, लेकिन इजरायल पलटवार जरूर करेगा।

25 दिन बाद 26 अक्टूबर को इजरायल ने ईरान के हमले का जवाब दिया। इजरायल ने ईरान के 10 ठिकानों को निशाना बनाया। इस हमले में ईरानी रेड आर्मी के 4 अफसरों की जान गई। फिलहाल दुनिया एक अंजाने खौफ से डरी है। हर किसी के जहन में सवाल कौंध रहा है कि इजरायल के हमले का आखिर ईरान क्या जवाब देगा? क्योंकि ईरान का पलटवार पूरे युद्ध का रुख मोड सकता है।

इस बात की आंशका प्रबल है कि ईरान चुप नहीं बैठने वाला है। वो इजरायली हमले का जवाब देने के लिए खड़ा हो सकता है। हालांकि, ईरान अपने सैन्य ठिकाने को तबाह करने वाले इजरायली हमले का जवाब कब और किस तरह देगा, यही अहम है। हालांकि उसके पहले ईरान पर इजरायल के हमले के बारे में जानने लायक 5 बातें समझ लेते हैं।

बदला लेने के लिए इजरायल ने ईरान पर हमला किया

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शनिवार की सुबह अंधेरे की आड़ में इजरायल ने ईरान के अलग-अलग हिस्सों में कई जगहों पर हमला किया। राजधानी तेहरान में विस्फोटों की आवाज सुनी गई, जो देश के बहुत अंदर स्थित है। इजरायली सेना ने कहा कि उसके सटीक और लक्षित हमलों ने मिसाइल एयर डिफेंस सिस्टस और एरियल कैपेबिलिटीज के साथ-साथ मिसाइल मैन्युफैक्चरिंग फैकल्टीज को भी निशाना बनाया, जिनका इस्तेमाल इजरायल के खिलाफ इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार बनाने में किया जाता है। हालांकि ईरान ने जोर देकर कहा कि हमलों से सिर्फ सीमित क्षति हुई।

पंगु बना दिया ईरान का बैलेस्टिक मिसाइल प्रोग्राम!

ईरान पर हमला एक तरीके से रीढ़ की हड्डी पर प्रहार करने जैसा है। इजरायली सेना ने इलाम, खुजेस्तान और तेहरान प्रांतों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। उसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स में दावा है कि हमले में ‘प्लेनेटरी मिक्सर’ ध्वस्त किए गए हैं। बताया जाता है कि ‘प्लेनेटरी मिक्सर’ का इस्तेमाल लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए ठोस ईंधन के उत्पादन में होता है। एक तरीके से इजरायल ने अपने हमलों से ईरान की मिसाइल उत्पादन क्षमता को बर्बाद करके उसे पंगु बना दिया है। इजरायल डिफेंस फोर्स यानी IDF ने एक बयान में कहा भी कि उसने ईरान में सैन्य ठिकानों पर लक्षित और सटीक हमले किए, जिससे इजरायल राज्य के लिए तत्काल खतरे विफल हो गए।

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बदले के रूप में इजरायली हमला खत्म!

इजरायल ने संकेत दिया कि भोर से पहले की बमबारी इस हमले का अंत है। सरल शब्दों में कहें तो इजरायल का फिलहाल मकसद पूरा हो चुका है। इजरायल कह चुका है कि उसने ईरान से बदला ले लिया है और यहीं उसका जवाबी हमला पूरा हो गया है। एपी के मुताबिक, तेल अवीव स्थित राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन संस्थान के शोधकर्ता योएल गुजांस्की कहते हैं- ‘इजरायली हमलों का उद्देश्य भविष्य की आक्रामकता को रोकना और ये दिखाना था कि हम चुप नहीं रहेंगे। लेकिन ऐसा इस तरह से करना था कि ईरान के लिए शर्मिंदगी कम से कम हो।’

आक्रोश और संयम बरतने का आह्वान

जब इजरायल ने ईरान से हिसाब बराबर कर लिया है तो अमेरिका जैसे देश आगे सैन्य हमलों को रोकने की बात कर रहे हैं। व्हाइट हाउस ने संकेत दिया कि वो चाहता है कि हमले इजरायल और ईरान के बीच प्रत्यक्ष गोलीबारी को समाप्त करें। उसने ईरान को जवाब देने के खिलाफ चेतावनी दी। एपी के मुताबिक, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर कहते हैं कि क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ाने से बचने की जरूरत है। उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान किया। हालांकि ईरान के मुख्य अरब प्रतिद्वंद्वी सऊदी अरब और तुर्की जैसे देश इजरायल के हमले की निंदा कर रहे हैं।

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ईरान की प्रतिक्रिया होगी महत्वपूर्ण

फिलहाल ईरान शांत पड़ता दिख रहा है। हालांकि ईरानी विदेश मंत्रालय ने कह दिया है कि ईरान हवाई हमलों का जवाब देगा। इजरायली हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन बताते हुए उसने तेहरान के आत्मरक्षा के अधिकार पर जोर दिया। ऐसे में प्रबल संभावनाएं हैं कि ईरान एक और बार बमबारी की कोशिश कर सकता है। हालांकि ऐसा करने से उसके क्षेत्र पर एक इजरायली हमले को भड़काने का जोखिम भी है और वो भी ऐसे समय में जब उसकी सुरक्षा कमजोर है।

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