क्या शुगर पेशेंट शराब पी सकते हैं? एक्सपर्ट से जानें इसके फायदे और नुकसान
डायबिटीज इन दिनों बहुत तेजी से फैल रहा है. यह रोग आजकल हर उम्र के लोगों में देखने को मिल रहा है. इस बीमारी से पीड़ित लोग अपने शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए न सिर्फ रोजाना दवाइयों का सेवन करते हैं बल्कि कुछ आहार नियमों का भी पालन करते हैं. लेकिन, कुछ ऐसे भी लोग हैं जो दवाइयों का सेवन करते हुए भी मनमर्जी से खाते-पीते हैं. अपने आहार और पेय पदार्थ के प्रति सचेत नही रहते. उसी के एक भाग के रूप में शराब है.
आज इस खबर के माध्यम से यह जानेंगे कि क्या शुगर के मरीज शराब पी सकते हैं या नहीं? यदि वे शराब पीते हैं तो इससे उनके स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ सकता है ? इस बारे में विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
क्या मधुमेह वाले लोग शराब पी सकते हैं? इस सवाल को पूछे जाने पर जनरल फिजिशियन डॉ. मनोहर का कहना है कि डायबिटीज के पेशेंट को किसी भी हालत में शराब नहीं पीना चाहिए. वे चेतावनी देते हुए कहते हैं कि मधुमेह वाले लोगों के शरीर में शराब जाना मतलब आग में घी डालने जैसा है. डॉ. मनोहर का कहना है कि जो लोग यह सोचते हैं कि थोड़ी सी शराब पीने से ब्लड शुगर का लेवल नियंत्रण में रहेगा…यह सिर्फ एक मिथक है. डॉक्टर का कहना है कि शुगर पेशेंट यदि शराब का सेवन कर रहें है तो यह उनके लिए किसी साइलेंट पॉइजन से कम नहीं है.
“सामान्य तौर पर, मधुमेह से पीड़ित लोगों मेंनर्व डैमेजका खतरा अधिक होता है. यदि शुगर पेशेंटशराब पीते हैं,तो यह समस्या और भी बदतर हो जाती है. शुगर पेशेंट जितने लंबे समय तकडायबिटीजसे पीड़ित रहेंगे, उनमेंनर्व डैमेजका खतरा उतना ही अधिक होगा.नर्व डैमेजहोने के कारण, कई लोगों को सुन्नता का अनुभव होता है. उनके पैरों और हाथों में जलन और झुनझुनी होती है. यदि इस रोग से पीड़ित व्यक्ति मधुमेह के दौरान अल्कोहल का सेवन करते हैं, तो उनकी नसें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं. यदि शुगर पेशेंट के शरीर पर कोई घाव है तो उसमें मवाद आ सकता है और वह घाव जल्दी नहीं सूखता, ऐसे में उस घाव वाले जगह के मांस को हटाना पड़ जाता है . यदि घाव उंगलियां, पैर और में हो तो उसे हटाने पड़ सकते हैं”– डॉ. मनोहर.
डॉ. मनोहर का कहना है कि मधुमेह से पीड़ित लोगों में शराब के सेवन से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने की संभावना अधिक होती है. 2018 में ‘डायबिटीज केयर जर्नल’ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि मधुमेह से पीड़ित लोग जब शराब पीते हैं तो उनके रक्त शर्करा का स्तर 30 प्रतिशत तक बढ़ जाता है.
यदि आप पीना चाहते हैं तो यह करें
यदि मधुमेह से पीड़ित लोगों को किसी भी परिस्थिति में शराब का सेवन करना पड़ता है, तो विशेषज्ञ थोड़ी मात्रा में लेने और बाद में भोजन करने का सुझाव देते हैं. उसके बाद दवा लेने की भी सलाह दी जाती है. शराब पीने के भोजन करना महत्वपूर्ण है और भोजन के बाद दवा खाने से ब्लड शुगर लेवल को कुछ हद तक नियंत्रित करने में मदद मिलती है. डॉ. मनोहर कहते हैं कि अगर आप खाना के बाद दवा नहीं खाते हैं, तो आपका ग्लूकोज लेवल गिर सकता है और आपको हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है. ऐसा कहा जाता है कि यह स्थिति खतरनाक होती है और कभी-कभी जानलेवा भी हो सकती है.
विशेषज्ञों का सुझाव है कि मधुमेह रोगियों के लिए जितना संभव हो शराब से बचना बेहतर है. इन जटिलताओं से बचने के लिए नियमित रूप से रक्त शर्करा के स्तर की जांच करने की भी सलाह दी जाती है. विशेषकर यदि आप स्वस्थ जीवन शैली की आदत डालना चाहते हैं. इसका मतलब है… नियमित व्यायाम करना, पर्याप्त नींद लेना, डॉक्टरों द्वारा बताई गई दवाएं लेना और स्वस्थ आहार खाना शुगर पेशेंट के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. इनका पालन करने से पहले अपने निजी डॉक्टर की सलाह लेना सबसे अच्छा है.












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