खुशी-खुशी केदारनाथ गए यूपी के 3 लड़के, 4 दिन बाद बेटे ने घर लगाया कॉल, सब तबाह

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उत्तर प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले तीन लड़के बड़े उल्लास के साथ केदारनाथ यात्रा के लिये निकले थे. इसमें 2 सगे भाई अपने मौसी के बेटे के साथ बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के लिये गए थे.

जब वह 4 दिन बाद केदारनाथ पहुंचे, तो कुदरत का कहर उन पर बरस पड़ा. उत्तराखंड में बाबा केदारनाथ धाम के पास बादल फट गया. इसमें तीनों लड़के एक-दूसरे से बिछड़ गए. एक लड़का किसी तरह से बच पाया, लेकिन एक की मौत हो गई, जबकि तीसरा युवक अब तक लापता है. यह खबर परिवार को लगते ही हड़कंप मच गया.

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बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के केदारनाथ में बादल फटने के बाद आई आपदा में हापुड़ जनपद के मलकपुर गांव का एक युवक भी लापता है. दरअसल दोनों सगे भाई अपनी मौसी के लड़के के साथ केदारनाथ दर्शन के लिए 26 जुलाई को गए थे. 31 जुलाई की रात को बादल फटने के बाद आई आपदा में दोनों सगे भाई विपिन और अतुल लापता हो गए थे, लेकिन अतुल जीवित बचकर आपदा से निकल गया. जबकि उसका सगा भाई विपिन आपदा की चपेट में आ गया. जिसका अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है. मौसी के लड़के राजू का शव बरामद हो गया है. वह मेरठ का रहने वाला था.

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परिवार वालों का कहना है कि तीनों खुशी-खुशी बाबा केदारनाथ के दर्शन करने निकले थे, लेकिन कोई को क्या खबर थी कि इतना बड़ा हादसा हो जाएगा. गौरतलब है कि इस हफ्ते की शुरुआत में उत्तराखंड में बादल फटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है. शनिवार को रुद्रप्रयाग से एक और शव बरामद किया गया. भारी बारिश से प्रभावित केदारनाथ मंदिर के पैदल मार्ग पर फंसे 9,000 से ज्यादा तीर्थयात्रियों को अब तक बचाया जा चुका है. जबकि अब कई यात्रियों की फंसे होने की बात कही जा रही है.

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उत्तराखंड में बीते दिनों 31 जुलाई को लिनचोली के पास जंगलचट्टी में बादल फटने के कारण केदारनाथ के ट्रेक मार्ग को व्यापक क्षति हुई थी. तीर्थयात्री गौरीकुंड-केदारनाथ ट्रेक मार्ग पर भीमबली से आगे फंसे हुए थे. जब सड़क का 20-25 मीटर हिस्सा पानी में बह गया था. मंदाकिनी नदी का पानी उफान पर है. लोगों को बचाने के लिए प्रशासन की टीमों का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.