बिहार के वैशाली जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के ओरगांव में एक ऐसी घटना घटी, जिसने पूरे गांव को भावुक कर दिया। 95 वर्षीय मिठु चौधरी और उनकी 90 वर्षीया पत्नी बसंती देवी का एक साथ निधन हो गया।
ये घटना इसलिए चर्चा में है, क्योंकि पत्नी के निधन के कुछ ही घंटों बाद पति का भी देहांत हो गया और दोनों की शवयात्रा एक साथ निकाली गई। दोनों का एक साथ निधन होना, पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
दोनों का एक साथ हुआ दाह संस्कार
बता दें कि रविवार शाम को बसंती देवी का निधन हुआ। उनके पति मिठु चौधरी ने अंतिम संस्कार से पहले अपनी पत्नी की मांग में सिंदूर भरा। विधि-विधान के अनुसार, पति को पत्नी के मांग में सिंदूर भरना होता है। सिंदूर भरने के करीब 30 मिनट बाद ही मिठु चौधरी की भी तबीयत बिगड़ गई और उनका निधन हो गया।
बेहद भाग्यशाली थे पति-पत्नी
ग्रामीणों का मानना है कि यह दंपति बेहद भाग्यशाली था। उन्होंने जीवन भर एक-दूसरे का साथ दिया और अंत में भी एक साथ ही विदा हुए। शादी के सात फेरे के वचन को उन्होंने अंतिम समय तक निभाया। दोनों की शवयात्रा को देखकर लोग भावुक हो उठे।
एक अटूट बंधन का प्रतीक
लोगों का कहना है कि मिठु चौधरी और बसंती देवी की कहानी एक अटूट बंधन का प्रतीक है। उन्होंने जीवन भर एक-दूसरे का साथ दिया और अंत में भी एक साथ ही विदा हुए।
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