शोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ताजा वीडियो में दो लोग पैरों से आटा गूंधते दिख रहे हैं . वीडियो झारखंड के गढ़वा शहर का है. खबर है कि दोनों आरोपी गोलगप्पे की दुकान चलाते हैं.
पैरों से गूंधा जा रहा आटा गोलगप्पे बनाने के लिए ही इस्तेमाल किया जाना था. मामला केवल इतने पर ही नहीं था. लोकल पुलिस का कहना है कि आरोपी गोलगप्पे के आटे में टॉयलेट क्लीनर और यूरिया खाद भी डालते थे.
आजतक से जुड़े चंदन कश्यप की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना शहर के मझिआंव थाना क्षेत्र की है. घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस हरकत में आई और दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर उनसे पूछताछ की गई. घटना को लेकर स्थानीय लोग भड़के हुए हैं. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है.
आरोपियों की पहचान अंशु और राघवेंद्र के तौर पर हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो बनाने वाला शख्स आरोपियों का जानने वाला था. उसका नाम अरविंद यादव है और आरोपी उसके मौसेरे भाई हैं. अरविंद ने बताया कि कुछ दिन पहले उसका दोनों के साथ झगड़ा हुआ था. इसके बाद उसने दोनों का पैर से आटा गूंधते वक्त वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया.
मामले पर जानकारी देते हुए स्थानीय थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. अंशु झांसी के सेसा गांव का है और राघवेंद्र जालौन के नूरपुर गांव का रहने वाला है. दोनों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है.
तलाशी के दौरान पुलिस को उनके पास से सफेद रंग का पदार्थ मिला है. शक है कि वो फिटकरी है जिससे पानी खट्टा हो जाता है. पदार्थ को टेस्ट के लिए लैब भेज दिया गया है. आरोपियों ने खुद पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि वो स्वाद बढ़ाने के लिए गोलगप्पे के आटे में टॉयलेट क्लीनर और यूरिया खाद भी मिलाते थे.
इस तरह का हैरान करने वाला एक मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से भी सामने आया है. एक घरेलू सहायिका 8 सालों से यहां के एक परिवार के लिए काम कर रही थी. उस पर पीड़ित परिवार के लिए खाना बनाते समय उसमें पेशाब मिलाने का आरोप लगा है. परिवार का कहना है कि उनके घर में एक-एक करके सब बीमार हो गए. इसके बाद किचन में कैमरा लगवाया गया. शिकायतकर्ता का कहना है कि घरेलू सहायिका को ऐसा करते हुए कैमरे पर रिकॉर्ड किया गया है.
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