प्रयागराज से कुछ घंटे की दूरी पर हैं ये खूबसूरत हिल स्टेशन, संगम स्नान के बाद जरूर देखने जाएं जन्नत जैसे नजारे

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महाकुंभ मेले की शुरुआत हो चुकी है,.जहां लाखों की संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. अगर आप भी महाकुंभ के लिए प्रयागराज जा रहे हैं तो यहां पास स्थित इन हिल स्टेशन पर घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं. ये स्थान न केवल आपकी यात्रा को खास बनाएंगे, बल्कि मानसिक शांति और सुकून भी प्रदान करेंगे.

प्रयागराज में कई धार्मिक और ऐतिहासिक तीर्थ स्थल मौजूद हैं. यहां पर वीकेंड की छुट्टियां बिताई जा सकती है. लेकिन अगर आपको घूमने फिरने का शौक है तो प्रयागराज के नजदीक कुछ प्राकृतिक जगहों पर जा सकते हैं. प्रयागराज के महाकुंभ में आने वाले लोग संगम स्नान और धार्मिक स्थलों की यात्रा के बाद प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं.

प्रयागराज के महाकुंभ में आने वाले लोग संगम स्नान और धार्मिक स्थलों की यात्रा के बाद प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं, तो प्रयागराज के पास के इन हिल स्टेशनों का रुख कर सकते हैं. इन हिल स्टेशनों में से किसी भी एक को चुनकर आप प्रयागराज के पास एक शानदार और आरामदायक यात्रा का आनंद ले सकते हैं.

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मिर्जापुर की दूरी प्रयागराज से लगभग 90 किलोमीटर है. यहां का विंध्याचल क्षेत्र विंध्य पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा हुआ है. विंध्याचल क्षेत्र न केवल धार्मिक स्थल है, बल्कि यहां आसपास का प्राकृतिक सौंदर्य भी बेहद मनोहारी है. आप यहां विंध्यवासिनी देवी का मंदिर और त्रिकूट पर्वत देख सकते हैं. मिर्जापुर में आप प्रयागराज से टैक्सी, बस या ट्रेन के जरिए मिर्जापुर की यात्रा कर सकते हैं

चित्रकूट संगम नगरी प्रयागराज से लगभग 130 किमी दूर है. इस स्थान का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है. चित्रकूट का इतिहास रामायण काल से संबंधित है. यहां के घने जंगल, शांत पहाड़ और मंदाकिनी नदी का तट मनमोहक अनुभव प्रदान करते हैं. चित्रकूट की गुफा रोमांचक सफर का अनुभव कराती है. प्रकृति प्रेमियों के लिए ये स्थान आदर्श विकल्प है.

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प्रयागराज से इस जगह की दूरी सिर्फ 390 किमी है.यह सुंदर जगह पहाड़ियों, झीलों और जंगलों से घिरी हुई है जहां पर आपको नेचर की खूबसूरती का अहसास होगा। यह जगह नेचर लवर के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। हजारीबाग समुद्र तल से करीब 600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.

प्रयागराज से लगभग 150 किमी दूर, रॉबर्ट्सगंज एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है. आप सोनभद्र भी जा सकते हैं. ये प्रयागराज से लगभग 200 किमी दूर है. सोनभद्र एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।

सर्दियों में स्नोफॉल और पहाड़ों को देखना चाहते हैं तो उत्तराखंड के चंपावत घूमने का प्लान कर सकते हैं. यह जगह प्रयागराज से करीब 477 किमी की दूरी पर स्थित है। यह समुद्र तल से करीब 6400 फीट ऊंचाई पर है। यहां पर ब्रिटिश काल के दौरान कई चर्च बनाए गए हैं। इसके अलावा बर्फ से ढके हिमालय पहाड़ आपके मन और दिमाग दोनों को तरोताजा कर देंगे.

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प्रयागराज से करीब 327 किमी दूर मौजूद नेतरहाट छोटानागपुर की रानी के नाम से जाना जाता है. यहां पर दोस्तों और परिवार के साथ मैग्नोलिया पॉइंट, अपर और लोअर घाघरी फॉल्स, कोएल व्यू पॉइंट, लोध फॉल्स, सोनानी फॉल्स, पाइन फॉरेस्ट आदि आकर्षक स्थल हैं.

उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित रामगढ़ प्रयागराज से करीब 425 किमी की दूरी पर स्थित है. यहां पर आपको सेब, आडू, नाशपाती और खुबानी के बागान देखने को मिलेंगे. यहां का शांत वातावरण और प्राकृतिक खूबसूरती इस जगह को और सुंदर बनाती है.