’10 वर्ष की उम्र में माँ-बाप मुझे देश को सौंप चले गए,’ भावुक ओलंपिक मेडलिस्ट अमन को पीएम ने तुरंत लगाया गले

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भारत के लिए ओलंपिक में खेलकर आए दल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाक़ात की। इस दौरान उन्होंने रेसलिंग में पदक विजेता 21 साल के अमन सहरावत से भी बात की और उनको गले लगा लिया। अमन ने अपनी प्रेरणा के बारे में बताया और माता-पिता को खोने की कहानी भी बताई।

इसके बाद पीएम ने अमन को गले लगाया।

पीएम मोदी ने अमन सहरावत को पूछा कि आप तो यंगेस्ट थे, सब कहते होंगे ये मत करो, वो मत करो और आप डर जाते होंगे। इस पर अमन ने कहा कि कम उम्र में बुरा समय देखा है मैंने, मेरे मम्मी-पापा दस साल की उम्र में छोड़कर देश को सौंप गए थे। उनका सपना था कि ओलंपिक में मेडल लाए और मेरा भी यही सपना था कि देश को मेडल देना है और यही सोचकर प्रैक्टिस करते रहे।

अमन ने आगे कहा कि इस मेडल के लिए SAI (स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया) और WFI (रेसलिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया) का भी बड़ा योगदान है। पीएम ने खाने की पसंद की चीज के बारे में उनको पूछा तो कहा कि घर जाकर चूरमा खाएंगे। इस पर वहां मौजूद सभी एथलीट हँस पड़े।

गौरतलब है कि अमन सहरावत ने महज 21 साल की उम्र में ओलंपिक मेडल अपने नाम कर लिया। वह सबसे कम उम्र में इस मुकाम पर पहुँचने वाले भारतीय बन गए। रेसलिंग में भारत को लगातार 16 सालों से ओलंपिक मेडल मिल रहा है और अमन ने उस सिलसिले को टूटने नहीं दिया।

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