पहाड़ में 26 तो मैदानी इलाकों में 25 को मनाई जाएगी होली, नैनीताल हाईकोर्ट ने 26 मार्च को होली का अवकाश किया घोषित

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हल्द्वानी। इस बार कुमाऊं के विभिन्न क्षेत्रों में होली पर्व 26 मार्च को मनाया जाएगा। भाष्कर और रामदत्त के पंचाग के आधार पर ज्योतिष पंडित त्रिभुवन उप्रेती के अनुसार होलिका दहन और पूर्णिमा व्रत रविवार 24 मार्च को होगा। होली (छरड़ी) काशी में 25 मार्च को और कुमाऊं में मंगलवार 26 मार्च को मनाई जाएगी। दंपती टीका 27 मार्च को होगा। कुमाऊं के प्रतिष्ठित पंचांग गणेश मार्तण्ड और श्री तारा पंचांग में भी यही निर्णय है, उन्होंने बताया कि होलिका दहन 24 की शाम 6:34 से 7:55 बजे तक होगा।

24 मार्च को प्रदोष काल में भद्रा होने के कारण भद्रा पुच्छ में होलिका दहन किया जा सकता है। ज्योतिषों के अनुसार इस दिन प्रदोष काल सायं 6:34 से 7:55 बजे तक है। अतः इस समय होलिका दहन करना श्रेयस्कर है। भद्रा उसी रात 11:14 बजे से समाप्त हो जाएगी।
इधर पर्व निर्णय सभा ने बताया 26 को होगी होली
पर्व निर्णय सभा के अध्यक्ष पंडित जगदीश चंद्र भट्ट ने बताया कि होली पर्व उदद्यापिनी प्रतिपदा में होती है इसलिए भाष्कर और रामदत्त
पंचाग के अनुसार छरड़ी होली पर्व 26 मार्च को मनाई जाएगी। वहीं महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य और ज्योतिष डॉ. नवीन चंद्र जोशी ने बताया कि होली 26 मार्च को होगी।

इधर नैनीताल हाईकोर्ट ने 26 मार्च को होली का अवकाश घोषित किया है, इसके अलावा बागेश्वर की जिलाधिकारी ने भी 26 मार्च को होली का स्थानीय अवकाश घोषित किया है।