चमोली: नारायणबगड़ क्षेत्र में घास लेने जंगल गई एक महिला की चट्टान से गिरकर दर्दनाक मौत हो गई है।1 सोमवार, 7 जुलाई को हुई इस घटना की सूचना मिलने पर डीडीआरएफ (डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की टीम मौके पर पहुँची और गहरी खाई से महिला के शव को रेस्क्यू किया।2 पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। महिला की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक, सोमवार दोपहर गडसिर गांव की कृष्णा देवी (36 वर्ष), पत्नी मनवीर सिंह, अन्य महिलाओं के साथ पटोरी के जंगल में घास काटने गई थीं। घास काटते समय उनका पैर फिसल गया और वे गहरी खाई में जा गिरीं। यह देखकर साथ में मौजूद महिलाओं के होश उड़ गए और उन्होंने चीख-पुकार मचाना शुरू कर दिया।
महिलाओं ने तुरंत ग्रामीणों को घटना की सूचना दी, जिसके बाद ग्रामीणों ने तत्काल तहसील प्रशासन को मदद के लिए बुलाया। ग्रामीणों की सूचना पर डीडीआरएफ की टीम और राजस्व पुलिस देर शाम मौके पर पहुँची और खाई में उतरकर शव को बाहर निकाला।3
एसडीएम पंकज भट्ट ने बताया, “महिला की डेड बॉडी का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए उप जिला अस्पताल कर्णप्रयाग भेज दिया गया है।4 मामले में अब आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
मानसून में पहाड़ों पर घास काटने का जोखिम
पहाड़ी क्षेत्रों में महिलाओं को अक्सर पशुओं के लिए चारा-पत्ती या घास लेने के लिए जंगलों में जाना पड़ता है।5 इस दौरान उन्हें खतरनाक खाई के ऊपर या बड़ी-बड़ी चट्टानों पर चढ़कर घास काटनी पड़ती है ताकि वे अपने मवेशियों का पेट भर सकें।
इन दिनों मानसून चरम पर है और लगातार बारिश हो रही है, जिससे मिट्टी चिकनी हो जाती है और फिसलने का डर बढ़ जाता है। बावजूद इसके, पहाड़ी क्षेत्रों में महिलाएं अक्सर अपनी जान जोखिम में डालकर घास काटने के लिए ऐसी खतरनाक जगहों पर जाती हैं, जिससे हादसों का खतरा हमेशा बना रहता है। यह घटना पहाड़ी जीवन के कठोर यथार्थ और उसमें निहित जोखिमों को उजागर करती है।
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