26 साल बाद टूटा धैर्य ! काशीपुर के प्रतिष्ठित डॉक्टर पर उसकी पत्नी ने लगाए उत्पीड़न के गंभीर आरोप,मुकदमा दर्ज

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राजू अनेजा,काशीपुर। नगर के मानपुर रोड निवासी गीता कुशवाहा ने अपने पति, ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुशवाहा पर उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर सौंपी है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर पर बीएनएस की धारा 115(2), 351(2), 352 और 85 में मुकदमा दर्ज कर जांच एएसआई प्रकाश सिंह बोरा को सौंपी है।


शादी के 26 साल बाद उठा कदम
गीता कुशवाह ने पुलिस को बताया कि उनकी शादी 2 फरवरी 1999 को डॉ. मनोज कुशवाह से हुई थी। साल 2011 से वह काशीपुर में अपना अस्पताल चला रहे हैं। इसी दौरान पति का व्यवहार बदल गया और अस्पताल में कार्यरत एक नर्स से नजदीकी बढ़ाकर संबंध बना लिए। महिला का कहना है कि उन्हें सीसीटीवी फुटेज में इसका सबूत भी मिला।

एक बार ऑपरेशन थियेटर से उन्हें कंडोम, महिला के कपड़े, आर्टिफिशियल ज्वेलरी और दिल के पेंडेंट तक मिले। इस पर जब उन्होंने पति से सवाल किया तो डॉक्टर ने मंदिर में गंगाजल उठाकर बच्चों की कसम खाते हुए गलती स्वीकार की और माफी मांगी। परिवार और बच्चों की खातिर उन्होंने पति को माफ कर दिया, लेकिन इसके बाद उनके जीवन में प्रताड़ना का दौर शुरू हो गया।

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पत्नी के मुताबिक उत्पीड़न की कहानी
महिला ने आरोप लगाया कि पति ने उन पर झूठे आरोप लगाकर लगातार मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न शुरू कर दिया। वह हर समय गाली-गलौज करते और अपमानित करने वाले शब्द कहते – “तू डायन है, तू कुलक्षणी है, तू अलक्ष्मी है…”

महिला का कहना है कि पति दबाव डालते थे कि लिखकर दो कि नर्स वाले मामले में तुम्हें सिर्फ शक था, तभी मैं घर में रहने दूंगा। अन्यथा वह तलाक देकर उन्हें ऐसे मोड़ पर छोड़ देंगे कि मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।

पत्नी ने आरोप लगाया कि डॉक्टर अकसर कहते – “तू नॉन मेडिको है, डॉक्टरों की जिंदगी नहीं समझ सकती। मैंने तुझे बच्चे पालने के लिए दिए हैं, उन्हें पाल और मुझे मेरी मर्जी की जिंदगी जीने दे। मेरे राज खोलने की कोशिश की तो तेरा जीवन बर्बाद कर दूंगा।”


अजीबोगरीब आरोप और डराने के तरीके
गीता कुशवाह ने बताया कि पति ने बच्चों पर तंत्र-मंत्र करा कर उन्हें मां के खिलाफ भड़का दिया। छोटे बेटे ने तो पिता के इशारे पर उन्हें गालियां तक दीं।

इतना ही नहीं, डॉक्टर आधी रात को श्मशान घाट जाकर वहां से फोटो भेजते, जिससे वह डर जाएं और विरोध करना बंद कर दें।

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महिला ने कहा कि पहले पति उन्हें सामाजिक आयोजनों और आईएमए की पार्टीज में ले जाते थे, लेकिन जब से उन्होंने गलत हरकतों का विरोध किया, तब से उन्हें अपने साथ ले जाना भी बंद कर दिया।


घर और आर्थिक उत्पीड़न का आरोप
पत्नी ने बताया कि पति ने उनका पासपोर्ट, एटीएम, वोटर आईडी, बैंक पासबुक, एफडी और जेवर तक अपने कब्जे में कर लिए। फोन छीनकर उसमें मौजूद वीडियो डिलीट कर दिए। घर के अंदर उनकी हर गतिविधि की वीडियो रिकॉर्डिंग तक करने लगे।

महिला ने यह भी आरोप लगाया कि पति ने जनवरी 2024 में महिला थाने में झूठी शिकायत देकर तलाक का आधार बनाने की कोशिश की। इसके बाद उन्हें अलग कमरे में कर दिया गया और खाना-पीना तक रोक दिया गया।

1 अगस्त 2025 को पुलिस की मौजूदगी में खोले गए लॉकर से भी एक भी आभूषण और एफडी नहीं मिले। महिला का आरोप है कि सारा सामान पति ने ही निकाल लिया।

9 अगस्त 2025 को डॉक्टर छोटे बेटे को लेकर ग्वालियर चले गए और पूरे घर, यहां तक कि मंदिर तक में ताले जड़ दिए।

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पति की धमकियां और पत्नी की पीड़ा
गीता कुशवाह ने बताया कि पति कई बार कहते – “पहले तू घर से निकल, फिर चाहे मैं एक रखूं या चार रखूं।”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पति ने उनके भाइयों को जान से मारने की धमकी दी। यहां तक कि एक बार खुद को गोली मारकर आत्महत्या का नाटक किया ताकि उन्हें डराया जा सके।

पति ने उन्हें नौकरी करने तक नहीं दी और पूरी तरह आर्थिक रूप से अपने ऊपर आश्रित बना लिया। अब जब उनकी उम्र 54 साल हो गई है और नौकरी का कोई साधन नहीं है, तो तलाक देकर घर से निकालने की योजना बना रहे हैं।


महिला ने पुलिस से गुहार लगाई है कि उन्हें सुरक्षा दी जाए और पति की प्रताड़ना से निजात दिलाई जाए। उनका कहना है कि डॉक्टर पति ने उनका जीवन पहले ही बर्बाद कर दिया है और अब उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर कर रहे हैं।

 

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