
राजू अनेजा,देहरादून/काशीपुर।पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत द्वारा सिख समुदाय पर की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी के बाद उठे सियासी बवाल ने आखिरकार उन्हें गुरु घर की चौखट पर सिर झुकाने को मजबूर कर दिया। गुरुद्वारे पहुंच कर हरक सिंह रावत ने न सिर्फ संगत के आगे हाथ जोड़कर माफी मांगी, बल्कि “भूल-चूक माफ़” कहते हुए अपनी टिप्पणी को भावनाओं में बहकर हुआ अनुचित बयान बताया।
गुरुद्वारे में माथा टेकने के बाद पूर्व मंत्री पूरी विनम्रता के साथ जोड़ों की सेवा करते और फिर लंगर वितरण में हाथ बंटाते नजर आए। सोशल मीडिया पर उनके सेवा करते फोटो और वीडियो तेजी से वायरल हैं, जिन पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं।
संगत के बीच चर्चा यह भी रही कि हरक सिंह रावत ने पहली बार इस तरह खुलकर सार्वजनिक रूप से गलती स्वीकारते हुए सेवा की मिसाल पेश की है। वहीं, सिख समाज के कई प्रतिनिधियों ने कहा कि गुरु घर में आकर सेवा करने और माफी मांगने की परंपरा सदियों पुरानी है, और यदि किसी से भूल हो जाए तो यही मार्ग उचित माना जाता है।
फिलहाल, इस घटनाक्रम ने प्रदेश की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। अब देखना यह है कि सिख समाज उनकी माफी को किस रूप में लेता है और आगे यह मामला किस मोड़ पर पहुंचता है।
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