उत्तराखंड में सर्दी का सितम: तराई में घना कोहरा, पहाड़ों पर 20-21 दिसंबर को बारिश की संभावना
हल्द्वानी: साल के अंत के साथ ही उत्तराखंड में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। दिसंबर के तीसरे सप्ताह से मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे की दस्तक हुई है, जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट आई है और ठिठुरन बढ़ गई है।
🌫️ मौसम पूर्वानुमान और कोहरे का प्रकोप
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तराई-भाबर: अगले दो दिन (शुक्रवार और शनिवार) तक तराई-भाबर के इलाकों में घने कोहरे का प्रकोप इसी प्रकार बना रहने की संभावना है। इससे सुबह और देर रात के समय दृश्यता (विजिबिलिटी) बेहद कम रहेगी।
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पर्वतीय क्षेत्र: मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार, पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम करवट ले सकता है। कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में अगले दो दिन वर्षा होने की संभावना है।
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मैदानी प्रभाव: पहाड़ों पर संभावित वर्षा का प्रभाव मैदानों में ठंड में वृद्धि के रूप में देखा जा सकता है।
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ऊधमसिंह नगर/नैनीताल: नैनीताल जिले के मैदानी हिस्से और ऊधमसिंह नगर जनपद में भी दो दिन कोहरे का प्रकोप रहने की संभावना है, जिसके बाद कुछ दिनों तक थोड़ी राहत मिल सकती है।
⚠️ प्रदूषण और यातायात पर असर
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वायु प्रदूषण: बारिश न होने की वजह से बढ़ता वायु प्रदूषण भी हालात को गंभीर बना रहा है। गुरुवार को देहरादून का एक्यूआई (AQI) 280 दर्ज किया गया, जबकि बुधवार को यह 322 था। पिछले एक सप्ताह से हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ रही है।
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सड़क और रेल यात्रा: घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से सड़क और रेल यात्रा प्रभावित हो सकती है। मैदानी क्षेत्रों में कोहरे के कारण ट्रेनें देरी से आ रही हैं।
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हवाई यात्रा: देहरादून एयरपोर्ट पर गुरुवार को दिल्ली, बेंगलुरु, पुणे सहित 11 उड़ानें निर्धारित समय से विलंब से पहुंचीं।
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मौसम विभाग की अपील: मौसम विभाग ने रात के समय चलने वाले वाहन चालकों से एहतियात बरतने और जरूरी होने पर ही यात्रा करने की अपील की है।
शुष्क मौसम ने आम लोगों को परेशान किया है, वहीं पर्यटन भी इससे प्रभावित होने लगा है।

