राजू अनेजा,हरिद्वार। उत्तराखंड की देवभूमि एक बार फिर शर्मसार हो गई। हरिद्वार दर्शन को आई दिल्ली निवासी महिला के साथ रुड़की में हुई दरिंदगी ने पूरे प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ई-रिक्शा चालक ने न केवल भरोसे को तोड़ा, बल्कि पवित्रता के आँगन में हैवानियत का धब्बा छोड़ दिया।
तीर्थ से लौट रही थी, भरोसे में लिया और ले गया जंगल
घटना शुक्रवार शाम की है। महिला हरिद्वार दर्शन के बाद दिल्ली लौट रही थी, लेकिन जानकारी के अभाव में वह गलती से रुड़की में उतर गई। दिल्ली जाने वाली बस के बारे में जानकारी लेने के लिए वह बस स्टैंड पहुँची।
वहीं मिला एक ई-रिक्शा चालक, जिसने महिला को बहलाते हुए कहा कि दिल्ली के लिए बस दूसरे स्टैंड से मिलेगी। महिला उसकी बातों में आ गई और रिक्शे में बैठ गई। लेकिन यह रिक्शा उसे मंज़िल की ओर नहीं, बल्कि हैवानियत के अंधेरे में ले जा रहा था।
सुनसान जंगल में लूटी आबरू,और रेलवे स्टेशन पर फेंककर भागा
रिक्शा चालक महिला को शहर से बाहर एक सुनसान इलाके में ले गया, जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया। वारदात के बाद आरोपी महिला को रेलवे स्टेशन के पास फेंककर फरार हो गया।
डरी-सहमी पीड़िता किसी तरह कोतवाली रुड़की पहुंची और पुलिस को आपबीती सुनाई। पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे, आरोपी की तलाश में दबिश
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगालनी शुरू कर दी है। साथ ही आरोपी की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
कब तक कलंकित होती रहेगी देवभूमि?
- क्या उत्तराखंड अब भी महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल कहा जा सकता है?
- तीर्थ, पर्यटन और पवित्रता के नाम पर आने वाले लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा?
- क्या सिर्फ एफआईआर और सीसीटीवी खंगालने से ऐसी घटनाएं रुकेंगी?
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