लालकुआं में दीपेंद्र का रैला देख विपक्ष भी हुआ हैरान — क्या स्वागत के बहाने बजा चुनावी शंखनाद?

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भगत दा की छवि में दिखे युवा नेता, रथ यात्रा बनी आकर्षण का केंद्र

राजू अनेजा, लालकुआं।लालकुआं की सड़कों पर शुक्रवार को जो नजारा देखने को मिला, उसने सबको चौंका दिया। भगवा झंडों की लहर, जोश से लबरेज युवा, और रथ में सवार एक ऐसा चेहरा — जिसे जनता अब “भगत दा” की छवि में देख रही है। मौका था प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री दीपेंद्र कोश्यारी के लालकुआं आगमन का, और स्वागत ऐसा कि मानो चुनावी शंखनाद ही हो गया हो।

पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के भतीजे दीपेंद्र जैसे ही भव्य रथ में सवार होकर नगर पहुंचे, हर ओर नारे गूंज उठे — “दीपेंद्र कोश्यारी जिंदाबाद”, “भारतीय जनता पार्टी अमर रहे”। जगह-जगह पुष्पवर्षा, ढोल-नगाड़े, और भगवा रंग में रंगा पूरा लालकुआं… दृश्य किसी विजय रैली से कम नहीं था।

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कार्यकर्ताओं में जोश इस कदर था कि स्वागत रैली में क्षेत्र का लगभग हर नौजवान मौजूद दिखा। बाइक रैली ने माहौल को और भी जोशीला बना दिया। युवाओं ने झंडे लहराए, नारे लगाए और दीपेंद्र के साथ कदम से कदम मिलाया।

भव्य रथ में सवार होकर जैसे ही दीपेंद्र कोश्यारी नगर में पहुंचे, कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। रथ यात्रा ने लालकुआं की सड़कों पर उत्सव का माहौल बना दिया। कई स्थानों पर युवाओं ने पटाखे फोड़कर स्वागत किया।

कार्यकर्ताओं में इतना जोश था कि दीपेंद्र के स्वागत में निकाली गई रैली में क्षेत्र का लगभग हर नौजवान मौजूद नजर आया। बाइक रैली, झंडों और नारों के साथ युवाओं ने ऐसा माहौल बना दिया मानो पूरा लालकुआं दीपेंद्रमय हो गया हो।

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प्रदेश में पार्टी संगठन में अहम जिम्मेदारी मिलने के बाद पहली बार लालकुआं पहुंचे दीपेंद्र ने कहा कि जनता का यह स्नेह और प्यार ही उनकी सबसे बड़ी ताकत ही नही उनकी सबसे बड़ी पूंजी है। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि लालकुआं के विकास में अब कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।

राजनीतिक गलियारों में अब चर्चा गर्म है — क्या यह सिर्फ स्वागत था या 2027 के विधानसभा चुनाव की पहली दस्तक?
क्योंकि जिस तरह जनता ने दीपेंद्र को स्वीकारा, उस रेली को देख विपक्षी खेमे में जबरदस्त खामोशी और बेचैनी दोनों दिखाई दी।

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युवाओं के बीच उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है और पार्टी के भीतर भी उन्हें लालकुआं सीट से प्रबल दावेदार माना जा रहा है।ऐसा भी कहा जा सकता है कि लालकुआं में दीपेंद्र का यह आगमन सिर्फ स्वागत नहीं, बल्कि आने वाले राजनीतिक समीकरणों की एक जोरदार झलक थी।

कार्यक्रम में भाजपा के तमाम पदाधिकारी, कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक भारी संख्या में जुटे।

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