उत्तराखंड के शिक्षण संस्थानों से स्कूल छात्राओं, युवतियों और महिलाओं संग छेड़छाड़ के लगातार मामले सामने आ रहे हैं, जिससे स्कूली छात्राएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। चमोली और सहसपुर से आए ऐसे ही दो मामलों में प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है।
1️⃣ चमोली: अतिथि शिक्षक बर्खास्त, पॉक्सो एक्ट में गिरफ्तार
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मामला: दशोली विकासखंड स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में राजनीति विज्ञान के अतिथि प्रवक्ता युनूस अंसारी पर छात्र-छात्राओं से छेड़छाड़ और यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे थे।
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कार्रवाई: अभिभावकों की शिकायत और विद्यालय प्रबंधन समिति की मांग पर, प्रधानाचार्य ने आरोपी शिक्षक का अनुबंध तत्काल प्रभाव से समाप्त कर उसे सेवा से हटा दिया।
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कानूनी एक्शन: खंड शिक्षा अधिकारी दशोली की तहरीर पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपी शिक्षक को बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
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प्रधानाचार्य पर कार्रवाई: चमोली मुख्य शिक्षा अधिकारी ने मामले में लापरवाही बरतने पर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य को दो दिन के भीतर तथ्यपरक स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं।
विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत: “शिक्षण संस्थान में अनुशासनहीनता, छेड़छाड़ या बच्चों की सुरक्षा से जुड़े अपराधों को कतई भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।”
2️⃣ सहसपुर: निजी स्कूल के शिक्षक पर छेड़छाड़ का आरोप, महिला आयोग ने लिया संज्ञान
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मामला: देहरादून के सहसपुर क्षेत्र के एक निजी स्कूल में 9वीं और 10वीं कक्षा की छात्राओं ने अपने शिक्षक पर लंबे समय से गलत नीयत से छूने और अभद्र हरकतें करने का आरोप लगाया है। विरोध करने पर शिक्षक परीक्षा में फेल करने की धमकी देता था।
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स्कूल प्रबंधन पर आरोप: पीड़ित छात्राओं ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन से शिकायत करने पर कार्रवाई के बजाय उन्हें ही डराकर चुप रहने का दबाव बनाया गया, और स्कूल स्टाफ आरोपी शिक्षक का बचाव कर रहा है।
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महिला आयोग का संज्ञान: उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने तत्काल संज्ञान लिया है। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को मामले की गहन जाँच करने और जाँच स्पष्ट न होने तक आरोपी शिक्षक को निलंबित रखने के निर्देश दिए हैं।
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तलब: महिला आयोग ने आरोपी शिक्षक के बचाव से जुड़े आरोपों पर स्कूल प्रबंधन, प्रबंधक और समिति को तलब करने को भी कहा है।
उत्तराखंड राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल: “किशोरियों और महिलाओं की सुरक्षा के मामले में आयोग बिल्कुल भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा। मामले में गंभीर जांच के साथ आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
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