हल्द्वानी की ‘रबर डॉल’ हर्षिका रिखाड़ी बनीं ‘टॉप 21 भारतीय प्रेरक योगी’, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर करेंगी प्रदर्शन

खबर शेयर करें -

हल्द्वानी: उत्तराखंड की 8 वर्षीय योग प्रतिभा, हर्षिका रिखाड़ी, जिन्हें ‘रबर डॉल’ के नाम से भी जाना जाता है, ने योग के क्षेत्र में अनेक उपलब्धियाँ हासिल कर पूरे भारत में अपनी एक नई पहचान बनाई है। उन्होंने हाल ही में अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय स्तर पर ‘शीर्ष 21 भारतीय प्रेरक योगी’ (Top 21 Indian Inspiring Yogis) में अपना नाम दर्ज कराकर एक और नया कीर्तिमान स्थापित किया है।


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दिल्ली में करेंगी प्रदर्शन

हर्षिका के खाते में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ने जा रही है। आज, 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, हर्षिका अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के तत्वावधान में आयोजित योग महोत्सव में प्रदर्शन करेंगी। यह भव्य आयोजन देश की राजधानी नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होगा।


योग महाशिखर सम्मेलन में सम्मानित और ब्रांड एंबेसडर घोषित

अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के तत्वावधान में 15 जून को दिल्ली के लाजपत भवन ऑडिटोरियम में राष्ट्रीय महाशिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में सनातनी राजनेता एवं उद्योगपति डॉ. अभिषेक वर्मा उपस्थित रहे। हर्षिका रिखाड़ी ने वहाँ अपनी आर्टिस्टिक योग प्रस्तुति दी, जिसे डॉ. अभिषेक वर्मा और उपस्थित सभी लोगों ने खूब सराहा। हर्षिका को ₹21,000 की प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित भी किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  प्रेम-प्रॉपर्टी विवाद में पति की हत्या: प्रेमी संग मिलकर पति को मार डाला, फिर जंगल में फेंकी लाश, वजह जान पुलिस भी रह गई सन्न

इसी समारोह में, अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष योग गुरु मंगेश द्विवेदी ने हर्षिका को अपने महासंघ का ब्रांड एंबेसडर बनाने की घोषणा की। इस घोषणा से हर्षिका के पिता भुवन रिखाड़ी बेहद खुश हैं, उन्होंने कहा कि अब उनकी बेटी का अगला लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग के क्षेत्र में देश के लिए गोल्ड मेडल लाना है।


30 से ज़्यादा मेडल और उपलब्धियाँ

हल्द्वानी के रामपुर रोड, देवलचौड़ की रहने वाली 8 वर्षीय हर्षिका जस गोविंद पब्लिक स्कूल की कक्षा चार की छात्रा हैं। हर्षिका योग के क्षेत्र में उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे भारत में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। उन्होंने कई राष्ट्रीय मंचों पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। हर्षिका अब तक योग के क्षेत्र में 30 से ज़्यादा मेडल और ट्रॉफियां जीत चुकी हैं, जिनमें 15 गोल्ड मेडल शामिल हैं। मात्र 8 साल की उम्र में हर्षिका 6 बार राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर चुकी हैं और उनमें भी कई गोल्ड मेडल जीते हैं।


3 साल की उम्र से योग अभ्यास

हर्षिका रिखाड़ी पिछले तीन साल से योग कर रही हैं। उन्हें बचपन से ही योग में रुचि थी। जब वह पाँच साल की थीं, तब वह मोबाइल पर योग की वीडियो देखा करती थीं। बचपन से ही उनकी योग में रुचि को देखकर हर्षिका के पिता भुवन रिखाड़ी और माता मोनिका रिखाड़ी ने उन्हें एक्शन वर्ल्ड योग एंड जिम्नास्टिक अकादमी (Action World Yoga and Gymnastics Academy) में दाखिला दिला दिया। कोच नीरज धपोला के मार्गदर्शन में हर्षिका ने योग अकादमी में कठिन से कठिन आसनों का अभ्यास किया। मात्र एक साल के भीतर हर्षिका ने योग के कठिन आसनों को बहुत आसानी से सीख लिया।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने NIVH के बच्चों के साथ मनाया 67वां जन्मदिन, भावुक होकर सराही प्रतिभा

हर्षिका की प्रमुख उपलब्धियां:

  • राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर योग के क्षेत्र में ‘इंडिया प्राउड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ का अवॉर्ड प्राप्त किया।
  • राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर ‘योग रत्न’ का विशेष सम्मान प्राप्त किया है।
  • राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर योग के क्षेत्र में ‘मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ का अवॉर्ड प्राप्त किया।
  • राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर योग के क्षेत्र में ‘स्वर्ण भारत सम्मान’ अवॉर्ड प्राप्त किया।
  • लखनऊ में राष्ट्रीय स्तर पर योग के क्षेत्र में योगासन ‘खेल रत्न सम्मान’ अवॉर्ड प्राप्त किया।
  • राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर योग के क्षेत्र में फिल्म अभिनेता तुषार कपूर से अवॉर्ड प्राप्त किया।
  • राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर योग के क्षेत्र में फिल्म अभिनेत्री नीलम कोठारी से अवॉर्ड प्राप्त किया।
  • राष्ट्रीय स्तर पर सूर्य नमस्कार प्रतियोगिता (सभी आयु वर्ग) में हर्षिका ने 2 मिनट में 25 सेट आसन कर गोल्ड मेडल जीता।
  • इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय स्तर पर योग महासंग्राम, चैंपियन ऑफ चैंपियन, श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा, योग सम्राट आदि आयोजनों में भी मेडल हासिल किए हैं।
यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी: स्मार्ट मीटर लगने के बाद आया ₹2.62 लाख का बिजली बिल, ऊर्जा निगम जांच में जुटा

पढ़ाई और अन्य रुचियाँ

हर्षिका योग के साथ-साथ जिम्नास्टिक में भी खूब मेहनत कर रही हैं। पढ़ाई में भी वह अव्वल हैं और हमेशा ही अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। हर्षिका की रुचि डांस में भी है, खासतौर पर कुमाऊंनी नृत्य में उनकी विशेष रुचि है। वह कुमाऊंनी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेती हैं और उनमें भी कई पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं। हर्षिका योग के क्षेत्र में बाबा रामदेव को अपना आदर्श मानती हैं और निकट भविष्य में उनसे मिलना भी चाहती हैं।

हर्षिका रिखाड़ी वास्तव में एक प्रेरणादायक युवा प्रतिभा हैं, जो अपनी लगन और मेहनत से लगातार नए मुकाम हासिल कर रही हैं।