हरीश रावत का सियासी दाँव: कहा- “जब तक ट्रंप को मंडुआ की रोटी खाते नहीं देख लेता, तब तक बूढ़ा नहीं होऊंगा”

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वरिष्ठ कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को चमोली जिले के गैरसैंण में एक कार्यक्रम के दौरान अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को एक स्पष्ट और हल्के-फुल्के अंदाज़ में संदेश दिया कि वे निकट भविष्य में भी सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहेंगे।


 

🗣️ रावत का राजनीतिक संदेश

 

  • बयान: रावत ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “मैंने तय कर लिया है कि जब तक मैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस में बाजरे की रोटी (मंडुआ की रोटी) या बिस्कुट खाते नहीं देख लेता, तब तक मैं बूढ़ा नहीं होऊंगा।”
  • सियासी निहितार्थ: राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मज़ाकिया बयान के ज़रिए रावत ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को यह संदेश दिया है कि उनकी राजनीतिक सक्रियता में कोई कमी नहीं आने वाली है।
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🏛️ हरीश रावत का संक्षिप्त सियासी सफर

 

पद/ज़िम्मेदारी समयावधि/विवरण
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री फरवरी 2014 से
भारतीय सांसद पाँच बार रह चुके हैं।
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री 15वीं लोकसभा में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में।
राज्य मंत्री संसदीय मामलों के मंत्रालय, कृषि मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (2011-2012) और श्रम और रोजगार मंत्रालय (2009-11)।
चुनाव हार 2017 विधानसभा चुनाव में हरिद्वार ग्रामीण और किच्छा दोनों सीटों से हार गए थे।
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