2024 में लोकसभा का टिकट दिलाने का वादा, 22 साल के लड़के ने नेता को लगा दिया ₹50 लाख का चूना

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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कॉल स्पूफिंग के जरिए ठगी करने करने वाले 4 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों के मुताबिक, इन ठगों ने बड़े अधिकारियों के अलावा एक प्रदेश के मुख्यमंत्री दफ्तर के नंबर से स्पूफिंग के जरिए कॉल किया था.

एक नेता से 2024 में लोकसभा का टिकट दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपए एडवांस भी ले लिए.

इसके लिए आरोपी एक स्पूफिंग ऐप का इस्तेमाल करते थे. पहले यह वेबसाइट से बड़े अधिकारियों नेताओं के मोबाइल नंबर निकाल लेते थे और फिर मुख्यमंत्री ऑफिस का नंबर निकालकर ऐप के जरिए जिसे चाहते उसे वह फोन करते थे. जिसको भी कॉल करते, उसके मोबाइल पर मुख्यमंत्री ऑफिस का नंबर ही दिखता था.

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पुलिस पड़ताल में पता चला कि एक नेता को ठगों ने विश्वास में लेकर 2024 की लोकसभा का टिकट दिलाने का ख्वाब दिखाया और 50 लाख रुपए एडवांस में भी ले लिए. पैसे एडवांस देने के बाद आरोपियों ने उन पैसों को क्रिप्टो करेंसी में बदला और उसके बाद वॉलेट में सेव करके रख दिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से जो वॉलेट बरामद किया है, उसमें 59000 अमेरिकी डॉलर थे जिसे पुलिस ने सीज कर दिया है.

इनकी शिकायत एक सरकारी अधिकारी की तरफ से पुलिस को की गई थी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में 17 फरवरी को FIR दर्ज की थी. केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की तो उन्हें पता लगा कि गैंग के लोग स्पूफिंग के जरिए लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं.

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दरअसल, कुछ दिन पहले इन्होंने एक आईपीएस ऑफिसर को फोन करके तीन ट्रांसफर करने के बारे में कहा था, लेकिन आईपीएस अधिकारी को इन पर शक हो गया और उसने भी जांच करवाई तो पता लगा कि उनके पास कॉल मुख्यमंत्री दफ्तर से नहीं आई थी, बल्कि किसी ठग ने स्पूफिंग के जरिए ये कॉल किया था. आईपीएस ऑफिसर को 31 जनवरी और 16 फरवरी को कॉल किया गया था.

इसके बाद दिल्ली पुलिस कि स्पेशल सेल ने इस मामले में आईटी एक्ट की धारा 66c, अपराधिक साजिश की धारा 120b समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया. टेक्निकल जांच के दौरान पुलिस को पहले उस ऐप के बारे में पता लगा, जिसका इस्तेमाल स्पूफिंग के लिए किया गया था, फिर पुलिस ने कई जगहों पर रेड करके आरोपियों को गिरफ्तार किया.

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पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों में लखनऊ का 22 साल का हिमांशु सिंह, जस्टिन मोहनलाल परेरा, दशरथ मकवाना, और नरेश कुमार है. आरोपियों को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस ने कई जगहों पर छापा मारा. फिलहाल सभी आरोपी जेल में बंद हैं.

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