उत्तराखंड में कांग्रेस की नैया कैसे होगी पार? अभी तक नहीं हुआ संगठन का विस्तार, जानें वजह
उत्तराखंड में कांग्रेस की लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. बीजेपी ने सभी मोर्चों में पदाधिकारियों की घोषणा कर दी है. लेकिन कांग्रेस अभी तक अल्पसंख्यक मोर्चा भी घोषित नहीं कर पाई है.
कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के गठन नहीं होने से मुस्लिम समाज में बेचैनी है. अल्पसंख्यक समाज के सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता देहरादून स्थित पार्टी मुख्यालय का चक्कर काट रहे हैं. कांग्रेस के आला नेताओं से जल्द अल्पसंख्यक मोर्चा गठन करने की गुहार भी लगा रहे हैं. लेकिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं.
कैसे होगी उत्तराखंड में कांग्रेस की नैया पार?
अल्पसंख्यक समाज के प्रति कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की उदासीनता लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर सवाल खड़े कर रही है. आगामी लोकसभा चुनाव बेहद नजदीक है. सभी पार्टियों ने मोर्चों में पदाधिकारियों की नियुक्ति कर जिम्मेदारी सौंप दी है. पार्टी पदाधिकारी जमीन पर मतदाताओं के बीच चुनाव प्रचार करने में जुट गए हैं. लेकिन प्रदेश की दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस में अभी तक हलचल देखने को नहीं मिल रही है. मोर्चों को जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है.
अभी तक नहीं अल्पसंख्यक मोर्चे का गठन
अल्पसंख्यक मोर्चे के गठन का बी ऐलान नहीं हुआ है. अल्पसंख्यक मोर्चे से जुड़े तमाम कार्यकर्ताओं में बेचैनी देखने को मिल रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पूछे गए सवाल को टाल दिया. करन माहरा की उदासीनता पर सवाल पैदा हो रहा है. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का विस्तार करने पर प्रदेश अध्यक्ष को आलाकमान की नाराजगी का डर सता रहा है. मोर्चे में करीबी नेताओं को जगह नहीं मिलने से शीर्ष नेताओं का रुख बदल सकता है.












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