राजू अनेजा, काशीपुर।उत्तराखंड को सेमी हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेन की बड़ी सौगात जल्द मिल सकती है। रामनगर, काठगोदाम और लालकुआं से जयपुर, मथुरा और आगरा तक लग्जरी वंदे भारत एक्सप्रेस संचालन की तैयारियां परवान चढ़ रही हैं।
रेल मंत्रालय के स्तर पर रूट सर्वे पूरा हो चुका है और अब संचालन को बोर्ड की स्वीकृति का इंतज़ार है।
जयपुर, आगरा, मथुरा को जोड़ेगा प्रस्तावित रूट, पहाड़ से मैदान की दूरी होगी आसान
रामनगर-काठगोदाम-लालकुआं से शुरू होकर बरेली, बदायूं, कासगंज, मथुरा, आगरा होते हुए जयपुर तक प्रस्तावित रूट का सर्वे पहले ही पूरा हो चुका है।
सूत्रों की मानें तो यह ट्रेन सैलानियों, विद्यार्थियों और व्यवसायियों के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है।
धामी सरकार की सक्रियता लाई रंग, टनकपुर-दिल्ली व रामनगर-जयपुर रूट पर भी फोकस
पिछले महीने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से विशेष आग्रह कर उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों से वंदे भारत संचालन की मांग रखी थी।
इसके बाद टनकपुर-आगरा-जयपुर व टनकपुर-बरेली-दिल्ली रूट का भी नया सर्वे कराया गया है।
पश्चिमी यूपी को मिल रही वंदे भारत, अब कुमाऊं की बारी
बरेली, मेरठ, लखनऊ और वाराणसी जैसे शहरों के बीच पहले ही वंदे भारत एक्सप्रेस दौड़ रही है। मेरठ-लखनऊ रूट को अब अयोध्या होते हुए वाराणसी तक बढ़ा दिया गया है।
यह ट्रेन 27 अगस्त से मेरठ से वाराणसी के बीच नई उड़ान भरेगी।
टनकपुर, रामनगर, काठगोदाम से जयपुर व दिल्ली के लिए नहीं कोई तेज़ रफ्तार विकल्प
वर्तमान में देहरादून से दिल्ली और लखनऊ के लिए तो रेल सेवाएं हैं, लेकिन टनकपुर, रामनगर, लालकुआं, काठगोदाम से मथुरा, आगरा, जयपुर और भरतपुर के लिए ट्रेनें गिनी-चुनी हैं।
इन मार्गों पर कोई भी सेमी हाईस्पीड ट्रेन नहीं है।
रेल मंडल स्तर पर बैठकों में रखे गए ये प्रस्ताव
उत्तराखंड के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुरादाबाद व इज्जतनगर मंडल के डीआरएम के साथ मई में बैठक कर निम्न प्रस्ताव रखे थे:
🔹 लालकुआं-दिल्ली
🔹 लालकुआं-कानपुर
🔹 रामनगर-आगरा-जयपुर
🔹 रामनगर-दिल्ली
🔹 टनकपुर-दिल्ली
इन सभी मार्गों पर वंदे भारत संचालन की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
रेल मंडल से मिला संकेत, इस साल के अंत तक मिल सकती है स्वीकृति
पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल के सीनियर डीसीएम संजीव शर्मा ने पुष्टि की कि रूट सर्वे पूरा हो चुका है। बोर्ड से अनुमति मिलते ही संचालन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
संभावना है कि वर्षांत तक कुमाऊं को पहली वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिल सकती है।
खास बातें:
- कुमाऊं से पहली बार मथुरा, आगरा, जयपुर तक तेज रफ्तार ट्रेन की उम्मीद
- पर्यटन, व्यापार, मेडिकल व शिक्षा के लिहाज से अहम कनेक्टिविटी
- दिल्ली जैसे शहरों की तरह अब काठगोदाम, लालकुआं, रामनगर से भी होगा रफ्तार से सफर
- मुख्यमंत्री की पहल से तेज़ हुई प्रक्रिया
- रेलवे बोर्ड की स्वीकृति के बाद शुरू होगा संचालन
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