कुमाऊं में कानून व्यवस्था सवालों के घेरे में, गंभीर अपराधों का ग्राफ पहुंचा नई ऊंचाई पर, सूचना के अधिकार में हुआ खुलासा

Law and order in Kumaon is under question, graph of serious crimes reached new heights, revealed under Right to Information

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राजू अनेजा,काशीपुर। कुमाऊं में दर्ज भारतीय दण्ड संहिता/बी.एन.एस. के अपराधों में 2024 की अपेक्षा भारी बढ़ोत्तरी हुई है। जहां वर्ष 2024 में 2176 अपराध दर्ज हुये थे वहीं 2025 में 2362 अपराध दर्ज हुये हैं। डकैती, लूट, अपहरण, बलात्कार सहित गंभीर अपराधों में पिछले वर्षों की अपेक्षा बढ़ोत्तरी हुई है। दर्ज मामलों के 48 प्रतिशत कार्यवाही तथा 1840 अभियुक्त गिरफ्तारी को शेष है।

सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने पुलिस महानिरीक्षक, कुमाऊं क्षेत्र, नैनीताल के लोक सूचना अधिकारी से दर्ज अपराधों व उन पर कार्यवाही के विवरणों की सूचना चाही थी।

इसके उत्तर में लोक सूचना अधिकारी/प्रधान लिपिक द्वारा अपने पत्रांक 3407 के साथ सम्बन्धित विवरणों की सत्यापित फोटो प्रतियां उपलब्ध करायी है।

नदीम को उपलब्ध 01 जनवरी 2025 से 31 मई 2025 तक 5 माह के भादवि (आई.पी.एस./बी.एन.एस.) में वास्तविक मामलों के अनावरण/गिरफ्तारी/बरामदगी विवरण के अनुसार 2025 में 5 माह की अवधि में कुल 2362 अपराध पंजीकृत हुये हैं जबकि 2024 में इस अवधि में 2176 अपराध ही दर्ज हुये थे। डकैती के 5, लूट के 19, वाहन लूट- शून्य, स्नेचिंग 7, गृहभेदन (कूमल आदि लगाना) 65, वाहन चोरी 167, चोरी 90, हत्या 27, बलवा 135, फिरौती हेतु अपहरण 2, हत्या हेतु अपहरण- शून्य, महिला अपहरण 53, अन्य अपहरण 5, दहेज हत्या 7, बलात्कार 170, अन्य आई.पी.सी. अपराध 1610 दर्ज हुये है। जबकि वर्ष 2024 में इस अवधि में डकैती के 3, लूट के 10, वाहन लूट 3, स्नेचिंग 2, गृहभेदन 67, वाहन चोरी 180, चोरी 146, हत्या 23, बलवा 103, फिरौती हेतु अपहरण -शून्य, हत्या हेतु अपहरण 2, महिला अपहरण 34, अन्य अपहरण 3, दहेज हत्या 6, बलात्कार 142 तथा अन्य आई.पी.सी. अपराध 1452 दर्ज हुये थे।

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जनवरी से मई तक माह की अवधि में कुमाऊं में दर्ज अपराधों में जहां डकैती, लूट, स्नैचिंग, हत्या बलवा, फिरौती हेतु अपहरण, महिला अपहरण, अन्य अपहरण, दहेज हत्या, बलात्कार तथा अन्य आई.पी.सी. अपराधों में बढ़ोत्तरी हुई हैं वहीं वाहन लूट, गृहभेदन, वाहन चोरी, चोरी, हत्या हेतु अपहरण के दर्ज अपराधों में वर्ष 2024 की इस अवधि की अपेक्षा कमी हुई है।
नदीम को उपलब्ध विवरण के अनुसार कुल 2362 दर्ज अपराधों में 33 को खारिज कर दिया गया है।

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शेष 2369 अपराधों में से 1876 का अनावरण कर दिया गया है। इसमें केवल 573 मामलों में अभियुक्त को दोषी मानते हुये चार्जशीट लगाकर न्यायालय में मुकदमें की कार्यवाही को प्रेषित की गयी जबकि 187 मामलों को फाइनल रिपोर्ट लगाकर बंद कर दिया गया तथा 1569 मामलों में अभी विवेचना जारी है।

अभियुक्तों से सम्बन्धित नदीम को उपलब्ध विवरण के अनुसार कुल 4265 अभियुक्तों में से 268 गलत (निर्दोष) पाये गये, शेष 3997 अभियुक्तों में से 1049 को गिरफ्तारी के स्थान पर धारा 41ए का नोटिस देकर विवेचना करने की कार्यवाही की गयी, 42 अभियुक्त हाजिर हुये, 55 को फाइनल रिपोर्ट लगाकर निर्दाेष माना गया, 55 अभियुक्तों ने गिरफ्तारी पर स्टे ले रखा है, 924 अभियुक्त गिरफ्तार किये गये हैं।

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इस प्रकार कुल 52 प्रतिशत 2070 अभियुक्तों के सम्बन्ध में कार्यवाही की गयी तथा 1840 की गिरफ्तार होना शेष है।
लूटी/चोरी गयी सम्पत्ति के विवरण के अनुसार वर्ष 2025 में 31 मई तक कुमाऊं में 3 करोड़ 62 लाख 86 हजार 310 रू. की सम्पत्ति लूटी/चोरी की गयी जिसमें से 49 प्रतिशत 1 करोड़ 79 लाख 46 हजार 155 रू. की सम्पत्ति बरामद कर ली गयी।