पिथौरागढ़: उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पहली बर्फबारी, चांदी सी चमकी चोटियाँ, ठंड बढ़ी
सीमांत जिला पिथौरागढ़ के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हुई जोरदार बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश के कारण जिले में ठंड काफी बढ़ गई है। दो दिनों की बारिश और बर्फबारी के बाद जिले के तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
पहाड़ों पर मौसम की पहली बर्फबारी
बर्फबारी के कारण मुनस्यारी और धारचूला की चोटियाँ बर्फ की सफेद चादर से ढक गई हैं, जिससे उनका सौंदर्य निखर गया है।
- प्रभावित क्षेत्र: मुनस्यारी की जोहार घाटी, धारचूला की दारमा और व्यास घाटियों के उच्च हिमालयी क्षेत्र।
- प्रमुख चोटियाँ: पंचाचूली, छिपलाकेदार, हंसलिंग, ओम पर्वत, ज्योलिंगकांग, सीपू, नाभीढांग, दातू आदि क्षेत्रों में खूब बर्फबारी हुई, जिससे चोटियाँ ‘चांदी सी चमकने’ लगी हैं।
- सीपू में बर्फ की चादर: धारचूला की दारमा घाटी का अंतिम गाँव सीपू (करीब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर) चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर से ढका हुआ है। व्यास घाटी के नाभीढांग क्षेत्र में भी बर्फबारी हुई है।
पर्यटन ऑपरेटरों ने बताया कि सोमवार देर रात से शुरू हुई बर्फबारी और हल्की बारिश मंगलवार देर रात्रि तक जारी रही।
तापमान में भारी गिरावट और जनजीवन पर असर
बर्फबारी और बारिश के कारण जिले के तापमान में अचानक भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है।
- मुनस्यारी का तापमान: मुनस्यारी में अधिकतम तापमान
और न्यूनतम तापमान
दर्ज किया गया, जबकि सामान्य दिनों में यह अधिकतम
और न्यूनतम
रहता था।
- असर: ठंड बढ़ने के कारण बाजारों में भी सन्नाटा छा गया और जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा।
- पर्यटकों के चेहरे खिले: पंचाचूली की चोटियों पर बर्फबारी देखकर मुनस्यारी पहुँचे पर्यटकों के चेहरे खिले नजर आए।
जिले में ठंड ने दस्तक दे दी है, और अब आने वाले पाँच महीने लोगों को इस कठोर ठंड का सामना करना पड़ेगा।



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