देहरादून: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने रविवार को प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम में उत्तराखंड के प्रति अपने विशेष स्नेह को प्रकट करते हुए, राज्य में विंटर टूरिज्म, साहसिक खेलों, और वेडिंग डेस्टिनेशन की जबरदस्त संभावनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे सर्दियों के सीजन में हिमालय की वादियों का अनुभव लेने के लिए उत्तराखंड को अपने विकल्प के रूप में जरूर शामिल करें।
🗣️ प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड को दिए ढाई मिनट
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में करीब ढाई मिनट उत्तराखंड को समर्पित किए और कहा:
-
लोकप्रिय स्थल: “इन दिनों उत्तराखंड का विंटर टूरिज्म लोगों को खूब लुभा रहा है। सर्दियों के मौसम में औली, मुनस्यारी, दयारा, चोपता जैसी जगहें लोकप्रिय हो रही हैं।”
-
साहसिक खेल: उन्होंने पिथौरागढ़ में साढ़े 14 हजार फीट की ऊँचाई पर आयोजित ‘आदि कैलाश परिक्रमा अल्ट्रा रन मैराथन’ का विशेष उल्लेख किया, जिसमें देशभर के 18 राज्यों से 750 से अधिक एथिलीट ने भाग लिया।
-
पर्यटन वृद्धि: उन्होंने बताया कि तीन साल पहले तक आदि कैलाश की यात्रा पर प्रतिवर्ष मात्र दो हजार लोग आते थे, जो संख्या अब 30 हजार तक पहुँच गई है।
-
वेडिंग डेस्टिनेशन: “सर्दियों की सुनहरी धूप और पहाड़ों से उतरते कोहरे के बीच, उत्तराखंड वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी लोकप्रिय हो रहा है। खासकर गंगा जी के किनारे अब खूब डेस्टिनेशन वेडिंग हो रही हैं।”
-
आधारभूत संरचना: उन्होंने कहा कि राज्य ने विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष फोकस किया है और होम स्टे के लिए नई पॉलिसी भी बनाई है।
-
अपील: प्रधानमंत्री ने देशवासियों से हिमालय की वादियों को अपने विकल्प में शामिल करने का आग्रह किया, जो उन्हें जीवन भर साथ चलने वाली अनुभूतियों से भर देंगी।
🙏 मुख्यमंत्री धामी ने जताया आभार
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें “उत्तराखंड टूरिज्म का सबसे बड़ा ब्रांड एम्बेस्डर” बताया।
-
धामी सरकार के कार्यों पर मुहर: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विंटर टूरिज्म और वेडिंग डेस्टिनेशन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास कर रही है, और प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार के इन्हीं कार्यों की तारीफ करते हुए एक तरह से सकारात्मक मुहर लगा दी है।
-
संकल्प: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री जी के संकल्प के अनुसार उत्तराखंड को प्राकृतिक, आध्यात्मिक और साहसिक पर्यटन के मानचित्र पर उभारने के लिए संकल्पित होकर काम कर रही है।

