प्रेसिडेंट ऑफ भारत, गुलामी की मानसिकता पर एक और गहरी चोट – CM धामी

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जी-20 सम्मेलन में राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले रात्रि भोज के निमंत्रण पत्र को गुलामी की मानसिकता पर गहरी चोट करने वाला बताया है।

भारत की राजधानी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन होने में कुछ ही दिन रह गए हैं. एक ओर जहां इस बार भारत जी-20 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में इसका आयोजन कर रहा है. वहीं दूसरी ओर देशभर में ‘इंडिया’ और ‘भारत’शब्द को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है. जी20 सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले डिनर के लिए भेजे गए निमंत्रण में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा होने पर देशभर की सियासत का माहौल गर्म हो गया है.

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एक ओर जहां कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल इंडिया के बजाए भारत शब्द का इस्तेमाल करने पर बीजेपी पर निशाना साध रहे है. वहीं बीजेपी के कई बड़े नेता ने ‘भारत’ शब्द का समर्थन किया है. हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ शब्द का इस्तेमाल किए जाने का स्वागत करते हुए इसे गुलामी की मानसिकता पर गहरी चोट बताया है.

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सीएम धामी ने कहा देश के गौरव का पल

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘गुलामी की मानसिकता पर एक और गहरी चोट. G20 समिट के दौरान राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले रात्रि भोज के निमंत्रण पत्र पर “The President of Bharat” लिखा जाना प्रत्येक देशवासी के लिए गौरव का क्षण है.भारत माता की जय !’

विपक्षी दलों ने किया सवाल

जहां एक ओर बीजेपी नेता ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ शब्द के इस्तेमाल पर इसे देशवासियों के लिए गर्व की बात बता रहे हैं. वहीं कांग्रेसी नेता इस पर बीजेपी को निशाने पर लेते हुए उसे संविधान बदलने की कवायद कह रहे हैं. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने निमंत्रण पत्र में ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा होने पर कहा कि ‘क्या वे इस हद तक चले जाएंगे कि वे संविधान बदल देंगे?’. वहीं आप सांसद ने राघव चड्ढा ने कहा है कि बीजेपी का यह फैसला विरोधी दलों को चिढ़ाने वाला है.

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