धारचूला – बनबसा – झूलाघाट के ग्रामीण खरीद रहे हैं 62 रुपए किलो टमाटर, ऐसे निकाला जुगाड़
पुरे भारत में पिछले एक महीने से टमाटर की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं. कई जगहों पर टमाटर के दाम 200 रुपये के पार चले गए हैं. महंगाई की पड़ती मार को देखते हुए उत्तराखंड के एक हिस्से के लोगों ने सस्ता टमाटर खरीदने का जुगाड़ निकाल लिया है.
वास्तव में नेपाल बॉर्डर नजदीक होने के कारण भारत के लोग वहां जाकर सस्ती सब्जियां और टमाटर खरीद रहे हैं. वहीं नेपाल के सब्जी कारोबारी इस मौके का फायदा उठाकर अपने देश के मुकाबले भारत के लोगों को थोड़ी महंगी बेचकर मोटी कमाई कर रहे हैं. उसके बाद भी भारत के लोगों को नेपाल से भारत के मुकाबले सस्ता सामान मिल रहा है.
आधी कीमत पर मिल रहे हैं टमाटर
बॉर्डर के करीब धारचूला और बनबसा के रहने वाले लोग टमाटर के लिए नेपाल जा रहे हें, जिनकी कीमत भारत में मौजूदा कीमत से लगभग आधी है. भारत में टमाटर 130 रुपये से 120 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं, जबकि इनकी कीमत लगभग 100 रुपये से 110 रुपये नेपाली रुपये (जो भारत में 62 रुपये से 69 रुपये है) है. नेपाल के दार्चुला निवासी कमल जोशी के मुताबिक, नेपाल के कारोबारी सब्जियों से दोगुनी आय कमा रहे हैं. नेपाल के किसानों को एहसास हुआ कि मानसून आमतौर पर भारत में सब्जियों की कीमतें बढ़ा देता है.
नेपाल कैसे उठा रहा है फायदा
नेपाल के किसानों को एहसास हुआ कि मानसून आमतौर पर भारत में सब्जियों की कीमतें बढ़ा देता है. पिछले कुछ वर्षों में, सरकार ने किसानों को ‘अपनी फसलों में विविधता लाने’ के लिए प्रोत्साहित किया, लोगों से अनाज के बजाय सब्जियां उगाने के लिए कहा है. नेपाल सरकार ने किसान ग्रुप बनाए, उन्हें बीज, उर्वरक और पॉलीहाउस उपलब्ध कराए और उन्हें कई कृषि सब्सिडी दी. अब, कई नेपाली किसान टमाटर सहित मौसमी और गैर-मौसमी सब्जियां उगाते हैं, और अब भारत में फसल की ऊंची कीमतों से लाभान्वित हो रहे हैं. जोशी ने कहा कि ये किसान फूलगोभी और पालक उगा रहे हैं और जब भी कमी या कीमत बढ़ती है तो भारतीय बाजारों में सप्लाई करते हैं. उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चंपावत जिलों में सीमा पार व्यापार आम है, जो नेपाल बॉर्डर के करीब हैं. दोनों तरफ के लोग दूसरे देश के बाजारों में जाने के लिए पुल पार करते हैं.
थोक में खरीदे जा रहे हैं टमाटर
पिथौरागढ़ के झूलाघाट के एक सब्जी विक्रेता और स्थानीय व्यापारी संघ के प्रमुख सुरेंद्र कुमार ने टीओआई से कहा कि रेजिडेंट्स के अलावा, व्यापारियों ने भी नेपाल से टमाटर खरीदना शुरू कर दिया है. कुछ स्थानीय व्यापारियों ने हाल ही में 40 रुपये प्रति किलोग्राम की थोक दर पर थोक में टमाटर खरीदे. आम तौर पर, आलू, प्याज आदि भारत से नेपाल भेजे जाते हैं क्योंकि हम इनकी अधिक खेती करते हैं. लेकिन अब बाजी पलटती नजर आ रही है. टमाटर खरीदने के लिए नेपाल जा रहे भारतीयो से नेपाली व्यापारी भारतीय रुपये में कारोबार करना पसंद करते हैं क्योंकि उनके लिए यह वैल्यू ज्यादा रखता है. पिथौरागढ़ की डीएम रीना जोशी ने कहा कि दोनों तरफ के लोग आमतौर पर बॉर्डर पार करते हैं और रोजमर्रा की जरूरत की चीजें खरीदते हैं. सुरक्षा एजेंसियां इन सामान की जांच करती हैं.


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