देहरादून: उत्तराखंड पुलिस ने आगामी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा से पहले बड़ी कार्रवाई करते हुए नकल माफिया हाकम सिंह और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि ये अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास कराने का झांसा देकर उनसे 12 से 15 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। पुलिस ने दावा किया है कि इस गिरोह के सक्रिय होने के बावजूद रविवार, 21 सितंबर को होने वाली परीक्षा की गोपनीयता और शुचिता भंग नहीं हुई है।
12 से 15 लाख में पास कराने का झांसा, एसटीएफ ने किया खुलासा
एसटीएफ और देहरादून पुलिस की संयुक्त टीम को दो दिन पहले एक गोपनीय सूचना मिली थी कि कुछ लोग परीक्षा में पास कराने का लालच देकर अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलने की कोशिश कर रहे हैं। जाँच के दौरान, पुलिस ने हाकम सिंह (42) और उसके सहयोगी पंकज गौड़ (32) को पटेल नगर क्षेत्र से हिरासत में लिया।
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अभियुक्तों की योजना अभ्यर्थियों को धोखा देने की थी। यदि कोई अभ्यर्थी अपने आप परीक्षा में पास हो जाता, तो वे पैसे अपने पास रख लेते। और यदि कोई पास नहीं हो पाता, तो वे पैसे को अगली परीक्षाओं में ‘एडजस्ट’ करने का वादा करके उन्हें झांसे में फंदे में फंसाने की फिराक में थे।
परीक्षा की सुचिता भंग नहीं हुई, अभ्यर्थियों को न हो कोई संशय
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने प्रेस वार्ता में साफ किया कि इस पूरे मामले की जाँच में परीक्षा की शुचिता या गोपनीयता भंग होने का कोई संकेत नहीं मिला है। उन्होंने परीक्षा देने वाले सभी अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे किसी भी तरह के संशय में न रहें और निश्चिंत होकर अपनी परीक्षा दें। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली पटेल नगर में मामला दर्ज कर लिया है।



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