सीबीआई ने किया बड़ा खुलासा, काशीपुर के सर्राफा व्यापारियों को इंग्लैंड से नहीं बल्कि किसी स्थानीय व्यक्ति के द्वारा एक ऐप के जरिए इंग्लैंड नंबर जनरेट कर गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई के नाम से मांगी गई थी रंगदारी,अब स्थानीय संदिग्धों पर पुलिस की रहेगी पैनी नजर

CBI made a big disclosure, the businessmen of Kashipur were asked for extortion in the name of Goldie Brar and Lawrence Bishnoi by generating England number through an app, not from England but by a local person, now the police are keeping a close watch on the local suspects.

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राजू अनेजा,काशीपुर। सीबीआई ने स्थानीय पुलिस को पत्र लिखकर एक बड़ा खुलासा किया है कि नगर के सर्राफा व्यापारियों को विदेश से रंगदारी का कोई फोन नही आया बल्कि एक एप के जरिए किसी स्थानीय व्यक्ति ने ही इंग्लैंड नंबर जनरेट कर गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई के नाम से रंगदारी मांगी थी। मामले का खुलासा होने पर नगर के कई संदिग्ध अब पुलिस के रडार पर है।

 बताते चले दें कि पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष दीपक वर्मा के भाई पुरुषोत्तम वर्मा की मुख्य बाजार में श्री गुरु ज्वैलर्स नाम से दुकान है। दो नवंबर 2022 को पुरुषोत्तम को इंग्लैंड के नंबर से फोन आया। कॉलर ने खुद को गोल्डी बरार गिरोह का मेंबर बताते हुए 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। उसने शाम तक खाते में रकम डालने पर अंजाम भुगतने धमकी दी थी। वहीं शाम 4ः52 बजे मुख्य बाजार के आनंद ज्वैलर्स के स्वामी विवेक वर्मा को भी फोन आया। इस बार कॉलर ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई बताते हुए 30 लाख रुपये की रंगदारी मांगी।

इसके बाद इसी नंबर से शाम 5ः07 बजे मेन बाजार निवासी अशोक ज्वैलर्स के स्वामी गौरव अग्रवाल को भी फोन किया। कॉलर ने उनसे 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ रंगदारी का मुकदमा दर्ज किया था। साथ ही मामला कार्य क्षेत्र से बाहर होने के चलते पुलिस ने सीबीआई को पत्र लिखकर नंबरो की जांच का अनुरोध किया था। अब सीबीआई ने स्थानीय पुलिस को पत्र भेजा है। जिसमें सीबीआई ने उकत नंबरों को इंग्लैंड का न बताकर स्थानीय बताया है। पुलिस अब संदिग्धों की जांच में जुटी है।