एयरफोर्स से रिटायर्ड पिता की हत्या का मास्टरमाइंड इकलौता बेटा निकला, ₹30 लाख की सुपारी देकर कराया मर्डर

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हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में बीते दिन एयरफोर्स के रिटायर्ड जवान भगवान सिंह की गोली मारकर हुई हत्या का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। हत्यारोपी कोई और नहीं, बल्कि मृतक का इकलौता बेटा यशपाल निकला है। पुलिस के अनुसार, बेटे ने पिता की करोड़ों की प्रॉपर्टी के लालच में दो दोस्तों को ₹30 लाख और एक स्कोर्पियो कार की सुपारी देकर हत्या करवाई थी।


🔎 ऐसे हुआ शक

 

  • झूठी सूचना: 29 नवंबर की रात हत्या के बाद बेटे यशपाल ने ही पुलिस को सूचना दी थी कि लिफ्ट लेने के बहाने अज्ञात व्यक्ति कार में बैठा और पिता को गोली मारकर फरार हो गया।

  • बयान में विरोधाभास: पुलिस को यशपाल के बयानों पर तब शक हुआ जब उसने बताया कि वह किसी दोस्त की शादी में जा रहा था, जबकि पुलिस को पता चला कि उस दिन यशपाल के किसी दोस्त की शादी थी ही नहीं।

  • जुर्म कबूल: पुलिस की सख्ती और कई घंटों की पूछताछ के बाद यशपाल टूट गया और उसने अपने दोनों दोस्तों के साथ मिलकर पिता की हत्या की बात कबूल कर ली।

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💸 हत्या का कारण: प्रॉपर्टी का लालच और बेदखली

 

  • प्रॉपर्टी विवाद: रिटायर्ड जवान भगवान सिंह के पास करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी थी। यशपाल गलत संगत में पड़ चुका था और पिता से संबंध ठीक नहीं थे।

  • बेदखली की धमकी: यशपाल किसी भी कीमत पर प्रॉपर्टी अपने नाम कराना चाहता था, लेकिन पिता भगवान सिंह ने उसे संपत्ति से बेदखल करने की धमकी दे दी थी। इसी नाराजगी में यशपाल ने हत्या की योजना बनाई।

  • सुपारी: यशपाल ने अपने दोस्त ललित मोहन उर्फ राजन और शेखर (दोनों निवासी सीतापुर ज्वालापुर, हरिद्वार) को पिता की हत्या के बदले ₹30 लाख रुपए और एक स्कोर्पियो कार देने का लालच दिया था।

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🔪 साजिश और घटनाक्रम

 

  1. प्लानिंग: तीनों ने मिलकर तय किया कि यशपाल पिता को रोशनाबाद में झूठी शादी में ले जाने के बहाने रात में ज्वालापुर बहादराबाद नहर पटरी पर लाएगा। राजन और शेखर वहीं पर मिलेंगे।

  2. रेकी: 29 नवंबर दोपहर को तीनों ने नहर पटरी पर रेकी भी की थी।

  3. वारदात की रात: 29 नवंबर की रात, यशपाल ने पिता को कार से जटवाला पुल से आगे डैम पर पहुँचाया। वहाँ पहले से मौजूद राजन और शेखर को यशपाल ने लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठा लिया।

  4. गोली मारी: कार में बैठते ही राजन ने तमंचे से भगवान सिंह की कनपटी पर दो राउंड फायरिंग की, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। राजन कार से कूदकर फरार हो गया।

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पुलिस ने इस मामले में मृतक के बेटे यशपाल समेत तीनों आरोपी राजन और शेखर को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया तमंचा भी बरामद कर लिया गया है।